जांजगीर-चांपा की घटना ने हिलाकर रख दिया, रायपुर कलेक्टर के निर्देश पर खोज-खोजकर खुले बोरवेल कराए जा रहे बंद

मिसाल न्यूज़

रायपुर । रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने जिले के सभी नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में खुले एवं अनुपयोगी ट्यूबवेल ( नलकूपों) को तत्काल बंद कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इनका उपयोग जल संरक्षण के लिए करने पर बल दिया है। इस तारतम्य में जिले के अनुविभागीय दंडाधिकारी, नगरीय निकायों के अधिकारी तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी टीम बनाकर ऐसे अनुपयोगी, असुरक्षित तथा बंद नलकूपों की जांच कर रहे हैं। जिले में आज करीब छह दर्जन नलकूपों की जांच की गई और करीब एक दर्जन नलकूपों को तत्काल बंद करने की कार्रवाई की गई । उल्लेखनीय है कि जांजगीर- चांपा की 11 जून को हुई एक घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुले बोरवेल को तत्काल बंद करने के सख्त निर्देश सभी कलेक्टरों और एसपी को दिए हैं।

अनुविभागीय दंडाधिकारी आरंग अतुल विश्वकर्मा ने बताया कि आरंग तहसीलदार गोविंद सिन्हा और अतिरिक्त तहसीलदार मीना साहू ने ग्रामीण क्षेत्रों में करीब दो दर्जन बोरवेलो का निरीक्षण किया ,जिनमें से छह बोरवेल खुले पाए गए। इन बोरवेलों को सुरक्षित करने तथा केप लगाकर बंद करने की कार्रवाई की गई । नगरीय क्षेत्रो मंदिर हसौद और समोदा में भी बोरवेलों का निरीक्षण कराया गया। अनुविभागीय दंडाधिकारी अभनपुर निर्भय साहू ने बताया कि जांच टीम को अभनपुर और बेंद्री में खुले बोरवेल मिले, इन्हें सुरक्षित रूप से बंद करने की कार्रवाई की गई ।

अनुविभागीय दंडाधिकारी रायपुर देवेन्द्र पटेल ने बताया कि रायपुर अनुविभाग के करीब एक दर्जन स्थानों की जांच की गई और इनमें से खुले एवं असुरक्षित बंद नलकूपों को सुरक्षित रूप से बंद कराया गया। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। रायपुर नगर निगम के अतिरिक्त कमिश्नर सुनील चंद्रवंशी ने बताया कि नगरीय क्षेत्र में जोन कमिश्नर और इंजीनियर की जोनवार टीम बनाकर नलकूपों की जांच की गई। करीब एक दर्जन नलकूप में से दो नलकूप ऐसे थे जो सूख चुके थे लेकिन जिनमें केसिंग लगी हुई थी, इन्हें सुरक्षित रूप से बंद कराया गया।

तहसीलदार तिल्दा ने बताया कि ग्राम किरना में एक खुले एवं असुरक्षित बोरवेल मिलने पर उसे तत्काल बंद करने की कार्रवाई की गई । इसी तरह ग्राम निनवा में भूस्वामी द्वारा 2 दिन पहले बोर वेल कराया गया था जिसे खुला एवं असुरक्षित रखा गया था, उसे भी सुरक्षित करने की कार्रवाई की गई। रायपुर जिले के कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री भोयर ने बताया कि जिले में सामान्य रूप से 5 एवं 6 इंच या इससे कम व्यास के ट्यूबवेल का खनन किया जाता है। एहतियात के तौर पर ऐसे सभी बोरवेल की विस्तृत रूप से जांच करने का कार्य किया जा रहा है और उसके लिए पूरे जिले में टीम लगाई गई है।  अनुविभागीय दंडाधिकारी अभनपुर निर्भय साहू ने ग्राम ऊपरवारा में स्वयं पहुंचकर यहां के असुरक्षित एवं खुले नलकूप का निरीक्षण किया तथा अपने सामने इसे सीमेंट के माध्यम से बंद करवाया।

कलेक्टर ने नागरिकों और किसानों से

की अपील : बोरवेल को खुला ना छोड़ें

कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार ने जिले के सभी नागरिकों और किसानों से अपील की है कि वे बोरवेल को खनन करने के बाद उसे खुला नहीं छोड़ें । बोरवेल के गहरा होने के कारण इसमें छोटे बच्चों के गिरने एवं फंसने की संभावना रहती है । बोरवेल खनन के तत्काल बाद इसे सुरक्षित रखने, ढकने या बंद करने की कार्रवाई करें। उन्होंने नागरिकों से यह भी कहा है कि अगर किसी जगह खुले बोरवेल दिखाई दे तो उसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन अथवा स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को दें।

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