मिसाल न्यूज़
रायपुर/जगदलपुर। भारतीय जनता पार्टी की जगदलपुर में आयोजित परिवर्तन महासंकल्प सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बस्तर क्षेत्र किसी जमाने में घनघोर नक्सली क्षेत्र माना जाता था। आज भी छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के कारण कुछ समस्याएँ हैं। यहां एक बार फिर से कमल फूल की सरकार बना दो, पूरे छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का सफाया कर देंगे। एक बार फिर से भाजपा की सरकार लाएंगे, तो आदिवासी भाइयों के हजारों करोड़ों रुपए घोटाले में जो खा गए हैं, उनको उल्टा लटकाकर सीधा करने का काम भाजपा की सरकार करेगी। कांग्रेस आयेगी तो फिर आपका पैसा लूट लेगी।
बस्तर जिले के तीनों भाजपा प्रत्याशियों किरणसिंह देव, विनायक गोहिल और मनीराम कश्यप के नामांकन दाखिले के मौके पर जगदलपुर पहुँचे अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर क्षेत्र ऐसा है कि यहाँ नक्सली हिंसा होती है तो यहाँ का आदिवासी ही मरता है। पुलिस मरती है तो भी हमारा आदिवासी भाई मरता है, और नागरिक मरता है तो भी आदिवासी भाई ही मरता है। हमें उनको बचाना है। प्रधानमंत्री ने 9 साल में रोड बनाई। रास्ते सुगम बनाए। गरीबों के घर में गैस के सिलेंडर दिए। शौचालय बनाए। एकलव्य स्कूल बनाए। इसके साथ-साथ 5 किलो चावल मुफ्त देने का काम भी किया। शाह ने कहा कि इस बार देशभर में एक दिवाली मनेगी लेकिन छत्तीसगढ़ में तीन दिवाली मनानी है। पहली दिवाली तो दिवाली के त्यौहार की मनेगी। दूसरी दिवाली 3 दिसंबर को जब कमल फूल की सरकार बनेगी तब मनेगी। जब रामजन्मभूमि पर अयोध्या में जनवरी में प्रभु श्री राम का मंदिर लोकार्पित होगा तब भी श्री राम के ननिहाल में तीसरी दिवाली वाली मनेगी। शाह ने कहा कि आज मैं यहां हमारे तीनों प्रत्याशियों को जिताने का निवेदन करने आपके बीच आया हूं। शाह ने कहा कि मनीराम कश्यप कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी हैं और इस बार चुनाव की कबड्डी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चित करने का काम करने वाले हैं। किरण देव वर्षों से जनसेवा में सक्रिय हैं। जब जब आपको जरूरत पड़ी है विनायक गोहिल आपके पास पहुंच जाते हैं।
आदिवासी समाज के लिए
हुए ऐतिहासिक कार्य
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की सरकार पूरे देशभर के आदिवासियों के सम्मान के लिए, जल-जंगल-जमीन की रक्षा के साथ-साथ ही आदिवासी भाइयों की सुरक्षा और समावेशी विकास के लिए भी ढेर सारे कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बताएँ कि जब केंद्र में कांग्रेस-यूपीए की सरकार थी, तब जनजातीय मंत्रालय को कितना रुपया देते थे? आदिवासियों के कल्याण के लिए कुल मिलाकर 29 हजार करोड़ रुपए कांग्रेस ने दिया। देशभर के करोड़ों आदिवासियों के लिए सिर्फ 29 हजार करोड़ रुपए होता था। जब आदिवासियों ने मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया तो यह राशि बढ़कर 1,32,000 करोड़ रुपये हो गई। इससे देश भर के आदिवासी क्षेत्रों में बिजली, मोबाइल टॉवर, सुगम सड़कें, एकलव्य विद्यालय पहुंचे। कांग्रेस के जमाने में 90 एकलव्य विद्यालय थे जो आज बढ़कर 740 तक हो गए हैं। अब इन विद्यालयों के लिए 40 हजार शिक्षकों की भर्ती भी मोदी जी की सरकार कर रही है। शाह ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र की धरती को खनन करके जो खनिज निकाला जाता है, उस खनन का पैसा जो पहले आदिवासियों के विकास-विस्तार और भले के लिए खर्च नहीं होता था। प्रधानमंत्री ने अब डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड की रचना कर नौ साल में 75 हजार करोड़ रूपया जिलों के विकास के लिए दिया। इससे पेयजल, प्राथमिक शिक्षा, गौशाला का विकास, घर-घर में बिजली पहुँचाना आदि कार्य एक साथ शुरू हुए हैं। सन 2047 तक भारत में एक भी आदिवासी भाई-बहन सिकलसेल एनीमिया से पीड़ित न हो, इस प्रकार का मिशन अनेक विदेशी डॉक्टर के साथ मिलकर प्रधानमंत्री ने शुरू किया है।
कांग्रेस सरकार
में केवल घोटाले
अमित शाह ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार ने क्या किया? शराब बेचने की दुकान खोली और 2,000 करोड़ रुपए का घोटाला किया। कोयले के परिवहन में 540 करोड़ रु., गरीबों के अनाज में 5,000 करोड़ रु., गौठान में 1,300 करोड़ रु. का घोटाला किया। हमने बहुत घोटाले सुने हैं, लेकिन कोई आदमी गाय के गोबर में भी घोटाला कर जाए, ऐसा पहली बार देखा है। पीडीएस में 600 करोड़ रु., महादेव एप्प में 5,000 करोड़ रु. का घोटाला किया। 267 एसटी-एससी पदों पर अन्य लोगों की भर्ती की, जिससे एसटी-एससी युवाओं को निर्वस्त्र होकर रैली निकालनी पड़ी।
आदिवासी समाज का असली सम्मान
शाह ने कहा कि मोदी की सरकार ने आदिवासियों के अन्य समुदायों को आदिवासी समूह में जोड़ा। भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर आदिवासी दिवस के रूप में मनाने का काम किया। आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के जनजातियों के म्यूजियम बनाने का काम मोदी सरकार ने किया। आजादी के बाद पहली बार एक आदिवासी की बेटी ओड़िशा की आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर सम्मान दिया।
कांग्रेस के सारे वादे अधूरे
शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के वादों की क्या बात की जाए? मुफ्त गैस का सिलेंडर देने का वादा करके सरकार बनाई पर एक भी नहीं दिया। 50 हजार शिक्षकों की पद की भर्ती आज तक नहीं हुई है। संपत्ति कर भी आधा नहीं हुआ है। बिजली बिल हाफ का वादा किया था पर बिजली गुल कर दी। पूरे बस्तर को धोखा देने का काम किया। बघेल सरकार ने वादाखिलाफी की। बघेल सरकार एक ही काम किया है, कांग्रेस पार्टी का एटीएम बनाकर आदिवासियों का पैसा अपने ‘खानदान’ के दरबार में पहुंचने का काम किया। वर्तमान कांग्रेस सरकार झूठ बोलने वाली सरकार है। शाह ने कहा कि अभी-अभी नगरनार स्टील प्लांट के बारे में कांग्रेस सरकार ने कहा कि इसका निजीकरण होगा लेकिन हमारा साफ कहना है कि कोई निजीकरण नहीं होना है। प्रधानमंत्री ने जगदलपुर की सभा में यह बहुत अच्छे ढंग से स्पष्ट कर दिया है।
कांग्रेस आदिवासियों की संस्कृति
छिनने का काम कर रही:संतोष पांडे
सभा को संबोधित करते हुए बस्तर संभाग प्रभारी और राजनांदगाँव के सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि बस्तर क्षेत्र आदिवासी क्षेत्र है। यहाँ प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा है। बस्तर और सरगुजा के आदिवासी सीधे-सादे और भोले-भाले हैं। बस्तर का दशहरा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। हमारी अपनी संस्कृति और परंपरा है। इस पर चोट पहुंचाने का काम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं। शंखिनी-डंकिनी नदी पर अभी काम चल रहा है। निर्माण कार्य अधूरा है। उसका लोकार्पण भी भूपेश बघेल ने कर दिया। ये उनका डर दिखा रहा है कि सरकार आएं या नहीं, कम-से-कम उनका पत्थर पर नाम तो लिख जाए। पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे मोहन मरकाम वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से ज्यादा प्रखर व मुखर थे। मोहन मरकाम ने विधानसभा में डी एम एफ घोटाले को लेकर सवाल उठाया तो उनको पद से ही हटा दिया। इससे पहले सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक लच्छूराम कश्यप ने धर्मांतरण के लिए ईसाई मिशनरियों को कांग्रेस और भूपेश सरकार द्वारा दिए जा रहे संरक्षण पर तीखा हमला बोला। बस्तर जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों जगदलपुर, चित्रकोट और बस्तर के प्रत्याशी क्रमश: किरणसिंह देव, विनायक गोहिल व मनीराम कश्यप ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर झारखंड के संगठन महामंत्री व बस्तर चुनाव प्रभारी कर्मवीर, ओड़िशा के पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद बसंत पण्डा, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, बस्तर जिला भाजपा अध्यक्ष रूपसिंह मण्डावी, चुनाव संचालक श्रीनिवास मद्दी सहित तीनों विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभा का संचालन सांसद संतोष पाण्डेय ने किया।