मिसाल न्यूज़
8 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘मार डारे मया म’ के लिए गीतकार नवलदास मानिकपुरी के लिखे गीत काफ़ी पसंद किए जा रहे हैं। ये दिलचस्प संयोग है कि नवल जी जहां इस फ़िल्म के गीतकार हैं वहीं उनके बेटे मनीष मानिकपुरी इस फ़िल्म के डायरेक्टर हैं। नवल जी का लोक कला मंच से गहरा जुड़ाव रहा है। वह न सिर्फ गीत लिखते हैं बल्कि गाते भी हैं। ‘मार डारे मया म’ के गीत में भी उनकी आवाज़ सुनने को मिलेगी। छत्तीसगढ़ी फ़िल्मों के लिए उन्हें गीत लिखते लंबा समय हो गया। उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि खुद के बेटे की डायरेक्ट की हुई फ़िल्म प्रदर्शित होने जा रही है। नवल जी मानते हैं अनुज शर्मा जैसा बड़ा चेहरा ‘मार डारे मया म’ का हिस्सा हैं। इसका भरपूर फायदा फ़िल्म को मिलेगा। साथ ही वे प्रोड्यूसर गजेंद्र श्रीवास्तव के जज़्बे को सलाम करते हैं। उनका कहना है कि गजेन्द्र जी की ख़ासियत है कि प्रोड्यूसर होने के बाद भी वे ‘मार डारे मया म’ के निर्माण के दौरान किसी के काम में कभी कोई हस्तक्षेप नहीं किये। वे टीम के सदस्यों से यही कहते रहे थे कि मुझे अच्छे से अच्छा सिनेमा चाहिए।
गीत-संगीत तैयार करने में जुटे नवलदास मानिकपुरी एवं सुनील सोनी
नवलदास मानिकपुरी ने एक मुलाकात के दौरान बताया कि “बरसों से रंंगमंच एवं सिनेमा से मेरा गहरा संबंध रहा है। बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर अनुराग बसु के पिता सुब्रत बोस मशहूर नाट्य निर्देशक थे। उनके कई नाटकों में मैंने संगीत दिया था। इसके अलावा कबीर भजन सम्राट के नाम से भी मेरे अपने प्रदेश के लोग मुझे सम्मान देते हैं। ‘मार डारे मया म’ के निर्माता व निर्देशक ने फ़िल्म के गीत लिखने व संगीत देने मुझे और मशहूर गायक व संगीतकार भाई सुनील सोनी को कहा। हम उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार कर बताए गए सिचुएशन के हिसाब से गीत लिखने व संगीत तैयार करने में जुट गए। इसके पहले मैं और भी बहुत सी छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिए गीत लिख चुका हूं। सुंदरानी प्रोडक्शन की ‘आई लव यू पार्ट-1’ एवं डायरेक्टर स्व. क्षमानिधि मिश्रा की फ़िल्म ‘भांवर’ प्रमुख हैं। ‘मार डारे मया म’ के लिए गीत संगीत तैयार करने में मुझे बहुत ज़्यादा मेहनत लगी, क्योंकि मैं जो लिखता था उससे मेरे अपने निर्देशक बेटे मनीष मानिकपुरी संतुष्ट नहीं हो पा रहे थे। ख़ाासकर फिल्म का टाइटल सॉन्ग “मार डारे मया म…” इस लाइन को लेकर गीत की रचना करना बेहद मुश्किल काम था। कटक के मिलन स्टुडियो में गाने का ट्रेक तैयार हुआ। मेरे साथ गायक एवं संगीतकार सुनील सोनी ने भी एक गीत लिखा। हम दोनों के अलावा राकेश चौहान ने भी एक गीत लिखा है। फिल्म में सिचुएशन के आधार पर एक महत्वपूर्ण गीत “फुल हासन लागे दारी बगिया झुमर गे…” को फ़िल्म में शामिल किया गया है। यह गीत स्व. सुशील यदु जी का लिखा हुआ है। मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह गीत फ़िल्म में चार चांद लगा देगा। ‘मार डारे मया म’ फ़िल्म पर डायरेक्टर मनीष मानिकपुरी, डीओपी सिद्धार्थ सिंह एवं कोरियोग्राफर निशांत उपाध्याय ने बहुत मेहनत की है। छत्तीसगढ़ के सुपर स्टार अनुज शर्मा हीरो की भूमिका में हैं। उन्होंने अपने रोल में जान डाल दी है। हीरोईन लिप्सा मिश्रा ओड़िशा के कटक शहर की हैं। छत्तीसगढ़ी सिनेमा उनके लिए नया अनुभव है। शूट के दौरान उनके काम को देखकर ऐसा कभी नहीं लगा कि वे पहली बार छत्तीसगढ़ी फ़िल्म कर रही हैं। संवाद लेखक गिरवरदास मानिकपुरी हैं। उनके संवाद न सिर्फ दर्शकों को गुदगुदाएंगे बल्कि कुछ इमोशनल सीन में भावुक भी कर देंगे। कार्यकारी निर्माता स्वाति मानिकपुरी एवं एडिटर रितेश दास मानिकपुरी हैं। कास्ट्यूम डिजाइन वरिष्ठ लोक गायिका श्रीमती अनसुईया मानिकपुरी ने की है। पोस्टर डिजाइन धर्मेश मानिकपुरी ने किया है। फ़िल्म में छॉलीवुड के नामीगिरामी कलाकारों पुष्पेंद्र सिंह, प्रदीप शर्मा, सुनील तिवारी, पूरन किरी, अंजलि चौहान, क्रांति दीक्षित, ज्योत्सना ताम्रकार, योगेश अग्रवाल, राजू शर्मा, अमित शर्मा, राजेश पांड्या, उत्तम मरकाम एवं बुद्धि सागर शर्मा ने अभिनय किया है।