मिसाल न्यूज़
रायपुर। पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस वामपंथियों के दिमाग से चल रही है। वाम पंथी कांग्रेस का थिंक टैंक हो गए हैं।
एकात्म परिसर में आज मीडिया से बातचीत करते हुए अजय चंद्राकर ने कहा कि पिछले दिनों जगदलपुर में पिछड़ा वर्ग ने कांग्रेस की सभा का जो बहिष्कार किया उसका बड़ी चर्चा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त 2019 को 13 प्रतिशत अनुसूचित जाति वर्ग, 27 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग एवं 10 प्रतिशत ईडब्लूएस को आरक्षण देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि अध्यादेश लाकर इसे छत्तीसगढ़ में लागू करेंगे। इसके लिए सेवानिवृत्त जज छबिलाल पटेल की अध्यक्षता में क्वांटिफायेबल डाटा आयोग बना था। आयोग अपनी रिपोर्ट दे चुका है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 24 घंटे के भीतर अध्यादेश लाकर आरक्षण की इस व्यवस्था को लागू करें जिससे एक बड़े वर्ग को लाभ मिल सके। अजय चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की ओर से प्रकाशित एक पत्रिका में बताया गया है कि 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्ती गई है। विधानसभा के मार्च में हुए बजट सत्र में इसी पर जो सवाल लगा था उसमें जानकारी आई थी कि शिक्षकों की पूरी भर्ती नहीं हुई है। उस पत्रिका में 1 लाख 47 हजार शिक्षा कर्मियों का आंकड़ा दिया गया है। वास्तव में प्रदेश में शिक्षा कर्मियों की संख्या 1 लाख 45 हजार के आसपास है। इसके अलावा सरकार की ओर से पीएससी के माध्यम से भर्ती का जो आंकड़ा सामने आया है वह भी गलत है।
अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार शराब के धंधे में आउटसोर्सिंग का रास्ता अपनाते हुए उत्तरप्रदेश व बिहार के लोगों को सुपरवाइजर पद पर रख रही है। वहीं शराब बेचने का काम छत्तीसगढ़ के युवाओं से करवाया जा रहा है। इस काम से जुड़े युवा न सिर्फ शराब पीना सीख गए हैं बल्कि डिप्रेशन में भी जा रहे हैं। नरवा गरवा घुरवा बारी का खूब नारा दिया जाता रहा है लेकिन इनसे जुड़े कामों के लिए सरकार ने बजट में कोई राशि नहीं रखी है। पिछले तीन वर्षों में प्रदेश को कर्ज में डूबोने के अलावा कांग्रेस सरकार की और कोई बड़ी उपलब्धि नहीं रही है। यहां की खदानें बाहर के लोगों को बेची जा रही हैं।