विधानसभा में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा- विष्णुदेव साय सरकार नक्सलियों से बातचीत के लिए तैयार… मोर्चे पर असफल बताते कांग्रेस विधायकों ने की नारेबाजी…

मिसाल न्यूज़

रायपुर। विधानसभा में आज उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि विष्णु देव साय की सरकार नक्सलियों से बातचीत के लिए तैयार है। शर्मा नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के सवालों का जवाब दे रहे थे। विपक्षी कांग्रेस विधायकों ने सरकार को नक्सल मोर्चे पर असफल बताते हुए नारेबाजी की।

प्रश्नकाल में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि गृह मंत्री ने बड़ी दिलेरी से मेरे व्दारा पूछे गए सवालों का उत्तर देते हुए बताया है कि पिछले क़रीब छह महीनों में 273 नक्सली घटनाएं हुईं। मुठभेड़ में 92 नक्सली मारे गए। 19 जवान शहीद हुए तथा 88 जवान घायल हुए। 34 आम नागरिकों की हत्या हुई। गृह मंत्री बताएं कि जिन 34 आम नागरिकों की हत्या हुई वह कैसे हुई? गोली लगने से हुई, गला काटकर की गई या अन्य तरीके से की गई? मंत्री विजय शर्मा ने जवाब में कहा कि नक्सलियों ने 4 लोगों को जन अदालत लगाकर मार डाला। नक्सलियों व्दारा आईडी बिछाकर रखा गया था उसमें कुछ निर्दोष नागरिक मारे गए। मुखबिरी के शक में 24 लोगों को मार डाला गया। फायरिंग में 1 व्यक्ति की मौत हुई। डॉ. महंत ने पूछा कि गिरफ्तार किए गए 401 नक्सलियों में कितने ईनामी नक्सली हैं, इनमें से कितने छत्तीसगढ़ के हैं और कितने बाहर के हैं? मंत्री ने पहले ईनामी नक्सलियों का विवरण दिया फिर कहा कि कितने बाहर के हैं और कितने छत्तीसगढ़ के कोई श्रेणी तैयार करके नहीं रखी गई है। डॉ. महंत ने कहा कि बार-बार यही बताया जाता है कि नक्सलियों की भरमार बंदूकें जप्त हुईं। ये भरमार बंदूकें चलती हैं या नहीं, क्या इसकी जांच कराई गई है? आज की तारीख़ में क्या किसी ने भरमार बंदूकों को चलते देखा है? मेरे पास जानकारी आई है कि पुलिस वाले भरमार बंदूकें लेकर जाते हैं और उसे नक्सलियों की लाश के पास रख देते हैं। शर्मा ने कहा कि इस तरह का प्रस्तुतिकरण होते देख अजीब लग रहा है। पांच एके 47 हथियार बरामद हुए हैं। लॉचर बरामद हुए हैं। इसके अलावा और भी आधुनिक हथियार बरामद हुए हैं। डॉ. महंत ने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय में 1995 में मैं भी प्रदेश सरकार में गृह मंत्री रहा था। उस जमाने में भरमार बंदूक नहीं होती थीं। शर्मा ने कहा कि भरमार बंदूकों के अलावा और भी हथियार बरामद होते रहे हैं। उन पर भी गौर करें। कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि बीजापुर जिले के पीडिया ग्राम में 600 जवान ऑपरेशन में निकले होते हैं, जिनके साथ मुठभेड़ में 11 लोग मारे जाते हैं, मृत लोगों के पास से 10 भरमार बंदूकें मिल जाती हैं। 11 में से 10 ग्रामीण थे जिन्हें नक्सली बताकर मार डाला गया। गृह मंत्री ने कहा कि आपकी भी तो सरकार रही, आपने क्या किया? विक्रम मंडावी ने कहा कि हम दावे नहीं करते थे। आप तो दावे करते हैं। गृह मंत्री ने कहा कि जहां तक पीडिया में हुई घटना की बातें हैं तो मारे गए लोगों के खिलाफ पूर्व में प्रकरण दर्ज था।

डॉ. महंत ने कहा कि मैं आपकी सराहना करता हूं। आपने कहा कि नक्सलियों से बात करेंगे। विजय शर्मा ने कहा कि हां विष्णुदेव साय की सरकार उनसे बात करने को तैयार है। डॉ. महंत ने कहा कि यह बात आप छह से 7 महीने से कहते आ रहे हैं। इस दिशा में कौन सी कोशिशें हुई? बात करने के लिए एक मीडियेटर ढूंढ़ना पड़ता है। कुछ तो किया होगा आपने। कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने कहा कि पीडिया में तेंदूपता तोड़ने के लिए जमा हो रहे थे, उन निर्दोष लोगों पर गोली चलाई गई। गृह मंत्री ने इस पर तेज स्वर में आपत्ति जताते हुए कहा कि बहुत गैर जिम्मेदाराना ढंग से यहां बात की जा रही है। मंत्री की बातों का विरोध करते हुए कांग्रेस विधायकों ने कुछ देर तक सरकार के खिलाफ़ नारेबाजी की।

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