महापौर एजाज़ ढेबर ने कहा- नगर निगम में नहीं होना चाहिए कलेक्टर का नियंत्रण

मिसाल न्यूज़

रायपुर। रायपुर महापौर एजाज़ ढेबर ने कहा कि नगर निगम का संचालन महापौर एवं निगम कमिश्नर संयुक्त रूप से करते हैं। निगम में कलेक्टर का किसी भी तरह नियंत्रण नहीं होना चाहिए।

बेंगलुरु एवं मैसूर का पार्षद साथियों के साथ अध्ययन दौरा कर रायपुर लौटने के बाद आज पत्रकार वार्ता में एजाज़ ढेबर ने कहा कि बेंगलुरु महानगर पालिका एवं मैसूर नगर निगम के अध्ययन में हमने पाया कि वहां सचिव स्तर के आईएएस अफसरों को बड़े नगरीय निकायों की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। रायपुर नगर निगम की बात करें तो यह आईएएस अफसरों की प्रयोगशाला बनकर रह गया है। रायपुर नगर निगम को आईएएस लोगों की स्कूल नहीं बल्कि आईएएस लोगों की यूनिवर्सिटी बनाने की जरूरत है। नगर निगम के संचालन की जिम्मेदारी महापौर एवं निगम कमिश्नर की होती है। कलेक्टर का किसी भी तरह का नियंत्रण नगर निगम में नहीं होना चाहिए।

महापौर ने बताया कि बेंगलुरु महानगर पालिका क्षेत्र की कुल आबादी 1 करोड़ 50 लाख से अधिक है। 198 वार्ड तथा 8 जोन दफ्तर हैं। वर्ष 2007 में कुल 110 गांवों को जोड़कर बेंगलुरु महानगर पालिका बना। बेंगलुरू महानगर पालिका द्वारा जल बोर्ड का गठन किया गया है। उक्त जल बोर्ड द्वारा ही पानी की सप्लाई पूरे शहर में की जाती है जिसका अलग से विभाग तथा सेटअप है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के माध्यम से प्रतिदिन 4000 टन कचरे का संग्रहण डोर-टू-डोर कलेक्शन के माध्यम से किया जाता है जिसका निष्पादन 8 प्रोसेसिंग प्लांट के माध्यम से किया जाता है। 2000 टन प्रतिदिन कम्पोस्टींग किया जाता है। साथ ही 600 टन कचरे का उपयोग 1. 5 मेगावाट बिजली के उत्पादन हेतु किया जाता है। बेंगलुरु महानगर की सफाई का कार्य 16 हजार 500 कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। 15 हजार कर्मचारी आउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत हैं तथा 1500 कर्मचारी नियमित हैं। बेंगलुरु महानगर पालिका की कुल रेवेन्यू प्रति वर्ष 3570 करोड़ है। वहां रोजाना रात में मार्शल व्दारा वार्डों का निरीक्षण किया जाता है, ताकि घर के बाहर कचरा फेंकने वालों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जा सके।

बारिश की संभावना का पहले ही

पता लग जाता है- सभापति

सभापति प्रमोद दुबे ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बेंगलुरु महानगर पालिका व्दारा इन्टीग्रेटेड कमांड सेंटर एवं कन्ट्रोल रूम से माध्यम से पूरे शहर की निगरानी की जाती है। साथ ही उक्त कन्ट्रोल रूम में फोन के माध्यम से सूचित करने पर 8 मिनट की अवधि की कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है। इंन्टीग्रेटेड कमांड सेंटर से बारिश होने की संभावना का पहले ही पता लग जाता है और महा नगर पालिका का अमला आपदा प्रबंधन में जुट जाता है। इन्टीग्रेटेड कमांड सेंटर पर 6 पोर्टल के माध्यम से आम जनता को सुविधा प्रदान की जाती है।

अनुभवों को रायपुर में उतारने

रहेगी कोशिश- ज्ञानेश

नगर निगम मेयर इन कौंसिल के सदस्य ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि बेंगलुरु महानगर पालिका एवं मैसूर नगर निगम से हमारी टीम काफी अनुभव हासिल कर लौटी है। कोशिश यही रहेगी कि उन अनुभवों को हम रायपुर नगर निगम में उतार सकें।

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