रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राजधानी रायपुर में सरेआम गोलीबारी और रोज हो रही हत्याओं से आम आदमी डरा सहमा हुआ है। जब राजधानी में ही ऐसी दहशत हो तो मुख्यमंत्री जी के पास इसका क्या जवाब है? सवाल यह है कि चार दिनों में राजधानी में 9 हत्याएं तथा जेल के बाहर सरेआम गोलीबारी हुई, आखिर कब जागेगी सरकार?
सुशील आनंद शुक्ला ने एक बयान जारी कर कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि प्रदेश के सबसे संवेदनशील माने जाने वाले सेंट्रल जेल के बाहर दिन दहाड़े एक व्यक्ति को गोली मार दी गई। अपराधिक तत्व इतने बेखौफ हो गये हैं कि उनमें पुलिस का जरा भी भय नहीं बचा है। कल ही राजधानी में भाजयुमो के नेता, उसके साथी को चाकू मारकर लूटपाट की गई। प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है राजधानी में सरेआम गोलीबारी की पांचवीं घटना हुई है। सरकार की नाकामी और पुलिस की लापरवाही का परिणाम है कि प्रदेश की राजधानी असुरक्षित हो चुकी है। दीपावली के दौरान चार दिनों में राजधानी में 9 हत्याएं हुईं। प्रदेश के लगभग सभी शहरों में रोज ही हत्याएं हो रही हैं।
शुक्ला ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग खराब कानून व्यवस्था को लेकर चिंतित होने के बजाय सिर्फ सत्ता की मलाई चाटने में व्यस्त हैं। राजधानी में जेल के सामने जब गोली चल रही थी ठीक उसी समय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बिगड़ती कानून व्यवस्था पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार का बचाव कर रहे थे। कांग्रेस को कोस रहे थे। बेहद आपत्तिजनक है कि रोज हो रही आपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करने सरकार और पुलिस को ताकीद करने के बजाय भाजपा अध्यक्ष सरकार की विफलता पर ताली बजा रहे हैं। जनता का सरकार व पुलिस दोनों पर से भरोसा उठ गया है। विपक्ष के रूप में हमने सबसे ज्यादा सवाल कानून व्यवस्था को लेकर सदन से सड़क तक उठाया है, लेकिन सरकार है कि उसकी नींद नहीं टूट रही। विधानसभा घेराव किया, विधानसभा में सवाल उठाया, मुख्यमंत्री निवास घेरा, दर्जनों बार विरोध प्रदर्शन किया, पदयात्रा किया, लेकिन सरकार न जनता की आवाज सुन रही, न ही विपक्ष की।