मिसाल न्यूज़
रायपुर। राम को भगवान राम किसी ने बनाया तो वह माता कैकेयी ही थीं। कैकेयी न होतीं तो राम का भगवान स्वरूप होना सम्भव ही नहीं था। उक्त बातें डॉ अशोक चतुर्वेदी (शिष्य भद्राचार्य जी महाराज) ने सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ के दीपावली मिलन समारोह में राम कथा प्रसंग पर कही।
उन्होंने कहा कि रामायण तुलसीदास जी ने नहीं लिखी वरन हनुमान जी ने लिखवाई है। इस अवसर पर सरयूपारीण ब्राह्मण समाज की एक वेब साइट का लोकार्पण ब्रम्हचारी डॉ इंदुभवनन्द महाराज शंकराचार्य आश्रम ने किया। उन्होंने कहा कि धर्म अनुरूप बिना किसी मोह के सामाजिक कार्य करने से समाज को प्रतिष्ठा मिलती है। पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज ही ऐसा समाज है जो सबके मंगल की कामना करता है और सबको साथ लेकर चलता है। विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि ब्राम्हण समाज सर्वमान्य समाज है हमको अपनी प्रतिष्ठा बना के रखनी होगी।
छत्तीसगढ़ सरयूपारीण ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष डॉ. सुरेश शुक्ला ने वेब साइट पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसमें समाज की पूर्ण जानकारी रहेगी। समाज के विवाह योग्य बच्चों की जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी जिससे उनके माता पिता को योग्य रिश्ते घर बैठे मिल सकें। कार्यक्रम के अंत में सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सभी सदस्यों को दीपावली की बधाई देते हुए मंगल कामना की।
कार्यक्रम में डी एस परौहा,अरूण दुबे अजय तिवारी, मित्रेश दुबे,दिनेश मिश्रा, राममूरत तिवारी, कैलाश तिवारी, मथुरा प्रसाद तिवारी, जयराम तिवारी, शिवमूरत तिवारी, संगमलाल त्रिपाठी, राजेश मिश्रा, विनोद शर्मा,रवि उपाध्याय आचार्य यदुवंश त्रिपाठी,सुबोध शर्मा, आचार्य मुक्तनारायण पान्डेय, आचार्य दादू भाई त्रिपाठी, बिमलेंद्र तिवारी, मदन मोहन उपाध्याय, शिवशंकर तिवारी कृष्णकान्त तिवारी, राजकुमार तिवारी, संजय तिवारी, विकास मिश्रा, आर के तिवारी, राजेश तिवारी, सूर्यमणि मिश्रा, ओ.पी. मिश्रा, राजेश चौबे, विजय शुक्ला, सत्यनारायण शर्मा, शिवप्रसाद मिश्रा, अवधेश मिश्रा, शुभम शुक्ला बृजेन्द्र मिश्रा, बी के मिश्रा, आनन्द पान्डेय, सुभाष तिवारी, धीरेन्द्र शुक्ला, बैजनाथ मिश्रा, राजीव मिश्रा, संजय मिश्रा, शिवम त्रिपाठी, विनोद उपाध्याय, सुबोध उपाध्याय, अवनीश पाठक, अशोक तिवारी, देवेंद्र तिवारी,अमित द्विवेदी, राजू महाराज, पुष्पेन्द्र मिश्रा, रमेश उपाध्याय, आलोक द्विवेदी, महेश शुक्ला, इन्दनारायण त्रिपाठी, श्रीमती अपर्णा तिवारी, सुमन त्रिपाठी सहित लगभग 500 सम्मानित सदस्य उपस्थित थे।

