मिसाल न्यूज़
राजनांदगांव। राजनांदगांव जिला प्रशासन ने यूनिसेफ इंडिया के प्रतिनिधि मंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूनिसेफ की डिप्टी रिप्रेजेंटेटिव ऑपरेशन्स, श्रीमती शारदा थापालिया, सीएफओ विलियम हनलॉन जूनियर ने किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य जिले में चल रही विकास योजनाओं की समीक्षा करना और उन्हें सशक्त बनाना था।
प्रतिनिधि मंडल ने जिले में चल रहे युवोदय जैसे प्रमुख कार्यक्रमों से जुड़े स्वयंसेवकों से संवाद किया। यह युवा नेतृत्व आधारित पहल बाल विवाह रोकथाम, किशोर पोषण, और शिक्षा में अभिभावक सहभागिता जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों पर कार्य कर रही है। इसके साथ ही, प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय आंगनवाड़ी केंद्र में “पोट्ट लइका पहल” के सत्र में भाग लिया। यह पहल कुपोषण से निपटने के लिए सामुदायिक परामर्श का अभिनव प्रयास है।
श्रीमती शारदा थापालिया ने जिले की उपलब्धियों और सतत प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “राजनांदगांव में चल रहे कार्यक्रम एक अनुकरणीय उदाहरण हैं कि कैसे सामुदायिक भागीदारी और नवाचार के माध्यम से विकास को गति दी जा सकती है।”
जिला कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा, “यूनिसेफ के सहयोग से जिले में सामाजिक व्यवहार परिवर्तन से जुड़े कई कार्यक्रम प्रभावी रूप से संचालित हो रहे हैं। युवोदय जैसे कार्यक्रमों ने हमारे युवाओं को सामाजिक बदलाव में नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाया है।”
जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती सुरूचि सिंह ने कहा, “पोट्ट लइका पहल जैसे कार्यक्रमों ने सामुदायिक भागीदारी और नवाचार के माध्यम से पोषण में सुधार लाने में मदद की है। साथ ही, ODF प्लस कार्यक्रम स्वच्छता के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है। इन पहलों को सफल बनाने में यूनिसेफ के तकनीकी मार्गदर्शन और सहयोग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”
अपने दौरे के दौरान, यूनिसेफ टीम ने जिला कलेक्टर, जिला पंचायत के सीईओ तथा अन्य अधिकारियों के साथ गहन चर्चा की। इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य विकास पहलों को अधिक समावेशी और प्रभावी बनाना था।