आश्रम व छात्रावासों में आदिवासी छात्रों की मौत की विधानसभा में गूंज… लखेश्वर बघेल ने मंत्री नेताम को सवालों से घेरा…

मिसाल न्यूज़

रायपुर। आदिम जाति कल्याण विभाग अन्तर्गत संचालित आश्रम एवं छात्रावासों में रहने वाले छात्रों की लगातार मौतों का मामला आज विधानसभा में गूंजा। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने आरोप लगाया कि लगातार सुशासन की बात की जाती रही है। यहां आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी छात्र ही सूरक्षित नहीं हैं।

प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल का सवाल था कि आदिम जाति कल्याण विभाग अन्तर्गत ऐसे कौन-कौन से आश्रम छात्रावास हैं, जहां विगत 12 महीनों के अंतराल में बीमारी अथवा अन्य कारणों से बच्चों की मौत हुई हो? इन प्रकरणों में विभाग द्वारा क्या कार्यवाही की गई? आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम की ओर से जवाब आया कि विभाग द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 में छात्रावासों मे आवश्यक व्यवस्था एवं पूर्व तैयारी सुनिश्चत करने बाबत् जारी दिशा-निर्देशों अनुसार समस्त छात्रावास अधीक्षकों को निवासरत विद्यार्थियों से व्यक्तिगत तौर पर संपर्क स्थापित कर उनके स्वास्थ्य संबंधी एवं अन्य व्यक्तिगत समस्याओं का निराकरण करने हेतु निर्देशित किया गया है। लखेश्वर बघेल ने कहा कि पिछले एक साल में आश्रम छात्रावासों में 25 से 30 छात्रों की मौत हो चुकी है। दोषी लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे? रामविचार नेताम ने कहा कि आश्रम में रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जाता रहा है। समय समय पर छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण होता है। यदि आपकी ओर से कोई शिकायत है तो उसकी जांच करा लेंगे। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्यवाही होगी। बघेल ने कहा कि आप 3 छात्रों की मौत की जानकारी दे रहे हैं, बीजापुर में 10 बच्चों की मौत हो चुकी है। कुछ की फूड पाइजनिंग से मौत हुई तो किसी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुशासन की बात की जाती रही है। सच तो यह है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी ही सुरक्षित नहीं हैं। नेताम ने कहा- आप आरोप लगा रहे हैं। बघेल ने कहा- आरोप नहीं कागजों के साथ सच कह रहा हूं। बोलें तो पटल पर रख दूंगा। साबित हो जाएगा कि बच्चों को पढ़ाई के लिए छात्रावास भेजते हैं, जहां मौत हो जाती है। अधिकारी लोग आपको गुमराह कर रहे हैं। बघेल ने कहा- सुकमा जिले में भूख से मौत हुई इसकी जानकारी है या नहीं। नेताम ने कहा कि पिछली सरकार ने जो बिगाड़ा था उसे हम बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने पूछा कि लगातार जो मौतें हो रही हैं उस पर किसी को निलंबित किए हैं क्या? कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने कहा कि हमारे क्षेत्र में पोटा केबिन में चल रहे छात्रावास में प्रार्थना के समय एक बच्ची गिरकर मर जाती है। खाना नहीं मिलने से यह मौत हुई। कांग्रेस विधायक सावित्री मंडावी ने कहा कि हमारे कांकेर जिले में एक अधिकारी ने आदिवासी छात्रों को लाइन से खड़े करके थप्पड़ मारा। उनमें से एक छात्र तो आत्महत्या तक करने जा रहा था। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि सवाल यह है कि ऐसी परिस्थितियां क्यों निर्मित हुईं? मंत्री पिछली सरकार की बात कर रहे हैं। सवाल यह है कि पिछले एक साल में छात्रों की इतनी मौतें और दुष्कर्म की इतनी घटनाएं क्यों हो रही हैं?

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