पांच साल का कार्यकाल पूरा होने पर एजाज ढेबर ने कहा- “मेरी कश्ती नहीं डूबी, ‘सिंघम’ की तरह मर्दों वाला काम करके निकला हूं”

मिसाल न्यूज़

रायपुर। 5 साल का कार्यकाल पूरा होने पर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि मेरे खाते में उपलब्धियां काफ़ी हैं। स्वच्छता रैकिंग में रायपुर शहर काफी ऊपर 6 वें रैकिंग में आया। पीलिया एवं मलेरियां जैसी बीमारियों पर नियंत्रण रहा। शहर में पहली बार आवारा कुत्तों के रहवास के लिये सोनडोंगरी में 50 लाख की लागत से डॉग शेल्टर का निर्माण किया गया। दिल्ली के बाद इस तरह का डॉग शेल्टर का निर्माण करने वाला रायपुर दूसरा शहर है। महापौर ने कहा कि एक प्रसिद्ध शेर है “हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहां दम था, कश्ती वहां जाकर डूबी जहां पानी कम था।” शेर की दूसरी लाइन मुझ पर फिट नहीं बैठती। मेरी कश्ती नहीं डूबी।आज मैं उपलब्धियां गिना रहा हूं, दो दिन के बाद भाजपा के लोग उल्टा बोलेंगे और भ्रष्टाचार का आरोप लगाएंगे। मैं फिल्म ‘सिंघम’ का अजय देवगन व्दारा बोला गया डायलॉग दोहराऊंगा कि “जब अपने गांव जाऊंगा तो छाती ठोंककर बोलूंगा कि मर्दों वाला काम करके आया हूं।”  

महापौर की हैसियत से आज अंतिम प्रेस कांफ्रेंस लेते हुए एजाज ढेबर ने कहा कि  बूढ़ातालाब विवेकानंद सरोवर के सौंदर्यीकरण हेतु प्रथम चरण में 5 करोड़ की लागत से कार्य योजना को पूरा किया गया। रायपुर शहर में यातायात सुविधाओं को उन्नत बनाने हेतु राशि लगभग 1 करोड़ 38 लाख रूपये की लागत से शहर के आसपास कुल 160 सिटी बसों का संचालन किया जा रहा है। ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन हेतु नगर निगम द्वारा ग्राम सकरी में 70 एकड़ की भूमि का चयन कर कचरा डंपिंग यार्ड प्रारंभ किया गया। साथ ही पूरे शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन किया जा रहा है। फलस्वरूप “स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में” पूरे भारत वर्ष में रायपुर नगर को स्वच्छता में 6वां स्थान प्राप्त हुआ। शहर में स्थित विभिन्न प्रमुख बाजारों में जवाहर बाजार परिसर का लगभग 20 करोड़ 70 लाख रूपये की लागत से कायाकल्प कर वहां के व्यापारियों को व्यवस्थापित किया गया। भाठागांव स्थित अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड का लगभग 50 करोड़ रूपये की लागत से 25 एकड़ भूमि पर निर्माण पूर्ण हो चुका है। नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी के संयुक्त तत्वाधान से सिटी कोतवाली थाना स्मार्ट पुलिस स्टेशन का निर्माण कार्य 6 करोड़ की लागत से पूर्ण किया गया।

ढेबर ने कहा कि “तुहर सरकार तुहर द्वार” एवं “मोर महापौर मोर द्वार” के माध्यम से लगातार दो वर्षों तक रायपुर शहर के 70 वार्डों में 35 दिनों तक शिविर लगाकर अंतिम व्यक्ति तक शासन की सुविधाओं का लाभ पहुंचाया गया। रायपुर शहर में पार्किंग व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से कलेक्ट्ररेट परिसर में 6 मंजिला मल्टीस्टोरी पार्किंग का निर्माण कार्य लगभग 25 करोड़ रूपये की लागत से किया गया। नगर निगम मुख्यालय का नामकरण महात्मा गांधी सदन के रूप में किया गया। साथ ही महात्मा गांधी जी की प्रतिमा स्थापित की गई है एवं प्रतिदिन प्रातः 10:30 से 11 बजे तक “रघुपति राघव राजा राम” की धुन प्रत्येक तल में गूंजती है।

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