“रानी के फुन्द्रा ला…” यानी ‘सुकवा’ कुछ ही घंटे बाद रुपहले पर्दे पर… बस्तर की हसीन वादियों में फ़िल्माया गया सिनेमा…

मिसाल न्यूज़

रायपुर। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित डायरेक्टर मनोज वर्मा की छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘सुकवा’ के सिल्वर स्क्रीन पर पहुंचने उल्टी गिनती शुरु हो गई है। 10 जनवरी को पूरे छत्तीसगढ़ में इस फ़िल्म का प्रदर्शन होने जा रहा है। इस फ़िल्म के प्रोड्यूसर गजेन्द्र श्रीवास्तव हैं। मनोज वर्मा एवं गजेन्द्र श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से बताया कि ‘सुकवा’ लोक कथा पर आधारित है। कहानी में बीच-बीच में भूत-प्रेत भी प्रकट होते हैं लेकिन फ़िल्म डरावनी नहीं है, बल्कि कुछ बड़े सवाल खड़े करते हुए सोचने पर मजबूर करती है। फ़िल्म के एक गाने “रानी के फुन्द्रा ला…” को यू ट्यूब पर देखने वालों की संख्या लगभग 10 मिलियन हो चुकी है। इस पर क़रीब डेढ़ लाख रील बन चुकी है। फ़िल्म का काफ़ी हिस्सा बस्तर के भानुप्रतापपुर के निकट भानबेड़ा और कुर्री गांव की ख़ूबसूरत वादियों में फ़िल्माया गया है।

रायपुर प्रेस क्लब में आज मीडिया से रूबरू होते हुए डायरेक्टर मनोज वर्मा ने कहा कि गजेंद्र श्रीवास्तव प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी ‘सुकवा’ में स्टार कलाकार मन कुरैशी, दीक्षा जायसवाल प्रदेश की जानी-मानी लोग गायिका एवं एनएसडी दिल्ली से पास-आउट गरिमा दिवाकर प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे। जाने- माने कलाकार पुष्पेंद्र सिंह, विनय अम्बस्ट, क्रांति दीक्षित, अंजलि चौहान, मनोज जोशी, शीतल शर्मा, विक्रम राज, उपासना वैष्णव, अंजलि सिंह, अनुराधा दुबे और कॉमेडियन के रूप में विख्यात संजय महानंद, हेमलाल कौशल, पप्पू चंद्राकर, संतोष निषाद, सेवक यादव, ओंकार चौहान ने भी अहम् किरदार निभाया है। फिल्म में प्रसिद्ध यू ट्यूबर ओमी स्टाइलो भी हैं, जिन्होंने एक ख़ास रोल अदा किया है। ‘सुकवा’ का गाना “रानी के फुन्द्रा ला…” आज गांव-गांव, शहर-शहर शादियों, छठी- बरी हर जगह वायरल हो चुका है। संगीत दिया है संगीतकार सुनील सोनी ने। फ़िल्म का एक गीत बॉलीवुड के मशहूर गायक उदित नारायण एवं सोमी सैलेश द्वारा गाया गया है। साथ ही छत्तीसगढ़ से सुनील सोनी के साथ अलका चंद्राकर, अनुपमा मिश्रा, कंचन जोशी मिथिलेश्वरी सेन, मोनिका वर्मा एवं श्रद्धा मंडल ने आवाजें दी हैं।

मनोज वर्मा ने बताया कि ‘सुकवा’ एक लोक कथा पर आधारित है जिसकी कहानी ललित कुमार निषाद ने लिखी है। पटकथा संवाद डायरेक्टर मनोज वर्मा ने लिखे हैं। यह एक ऐसी कहानी है जो सदियों से चली आ रही है। कुरीतियों को उजागर करती है। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को दर्शाती है। अंधविश्वास के प्रति जागरूकता पर आधारित है। वर्मा बताते हैं ‘सुकवा’ में भूत प्रेत हैं, लेकिन फ़िल्म हॉरर नहीं है। हंसी मजाक से भरपूर संदेश देती हुई फ़िल्म है। फ़िल्म का कुछ हिस्सा अभनपुर के ग्रेसियस कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग में फ़िल्माया गया है। इस फिल्म में ग्राफिक्स का भी काफ़ी इस्तेमाल हुआ है, जिसे प्रवीर कुमार दास ने किया है। वीएफएक्स वाला पार्ट रायपुर में शूट हुआ है। फिल्म के संपादक तुलेन्द्र पटेल हैं। ऑडियोग्राफी स्वप्निल स्टूडियो के प्रबोध रंजन साहू की है। रिकॉर्डिस्ट नूतन सिन्हा हैं। गीतकार ओंकार सिंह चौहान, मनोज वर्मा, सुनील सोनी एवं दास मनोहर हैं।

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