मिसाल न्यूज़
रायपुर। बिलासपुर जिले की लाइफ लाइन माने जाने वाली अरपा नदी के प्रदूषण का मामला आज विधानसभा में उठा। वरिष्ठ भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि करीब 4 करोड़ लीटर गंदा पानी रोज अरपा में जाकर मिल रहा है।
ध्यानाकर्षण के दौरान धरमलाल कौशिक ने कहा कि बिलासपुर शहर के रिहायशी क्षेत्रों से लगभग 70 से ज्यादा नालियों का गंदा पानी बिना ट्रीटमेंट के अरपा नदी में पहुंच रहा है। सीवरेज प्रोजेक्ट का गंदा पानी दो मुंहानी और चिल्हाटी स्थित ट्रीटमेंट प्लांट से नदी में प्रवाहित हो रहा है। कुदुदंड, कोनी, गोंडपारा, जूना बिलासपुर, तोरवा आदि स्थानों पर नदी में कचरे की डंपिग की जा रही है। बिलासपुर नगर निगम का नल जल विभाग प्रतिदिन 40 एमएलडी पानी शहरवासियों को सप्लाई करता है, जिसका लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा टायलेट से होकर अरपा नदी में लौट जाता है। गंदे पानी को साफ करने की व्यवस्था समय पर नहीं हो सकी तो अरपा नदी का पानी बहुत ज्यादा प्रदूषित हो जाएगा। अरपा नदी में व्याप्त जलकुंभी नहीं हटने पर बिलासपुर शहर में महामारी फैलने की भी आशंका बनी रहती है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि अरपा को प्रदूषण से मुक्त करने बड़ी परियोजना पर काम हो रहा है। अप्रैल माह तक इसके नतीजे मिलने लगेंगे। धरमलाल कौशिक ने कहा कि अरपा नदी में फैली जल कुंभी बड़ी समस्या है। अरपा का पानी न सिर्फ बिलासपुर शहर बल्कि आसपास के 40-50 गांवों में उपयोग में आता है। अरुण साव ने कहा कि अरपा को लेकर सरकार गंभीर है। यह सही है कि अरपा का वॉटर लेबल डाउन हुआ है। सीवरेज का पानी नदी में न जाए इस पर काम हो रहा है।
भाजपा विधायक अमर अग्रवाल ने कहा कि 17 नालों का गंदा पानी अरपा में पहुंच रहा है। भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि अरपा पर ही भैंसाझार डेम बना हुआ है। अभी से अरपा नदी सुख चुकी है। अरपा में फैले प्रदूषण को हाईकोर्ट तक ने संज्ञान में लिया है। गंदे नालों के पानी को जाने से रोक सकें तो अरपा मैया पर कृपा होगी। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि यह बेहद गंभीर विषय है। इस पर लाए गए ध्यानाकर्षण को प्रस्ताव के रूप में तब्दील करते हुए अरपा को अविरल एवं स्वच्छ स्वरूप में लाने पर निर्णय हो। उप मुख्यमंत्री साव ने कहा कि जल संसाधन विभाग से समन्वय बनाकर आगे कदम बढ़ाएंगे। एक बड़ी परियोजना बनाएंगे।