पुलिस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी, विधानसभा में उठा मामला… व्दारिकाधीश ने किया सवाल- छोटे को जेल भेजा, क्या बड़े के खिलाफ जांच नहीं बनती?

मिसाल न्यूज़

रायपुर। पुलिस बल भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का मामला कांग्रेस विधायक व्दारिकाधीश यादव ने आज विधानसभा में उठाया। यादव ने कहा कि छोटे आदमी को जेल भेज दिया गया। क्या बड़े अधिकारी के खिलाफ जांच नहीं बनती?

प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक व्दारिकाधीश यादव का सवाल था कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में वर्तमान में पुलिस बल भर्ती प्रक्रिया में प्राप्त शिकायतों की संख्या 01 जनवरी 2024 से 15 फरवरी 2025 की स्थिति में बताएं? उक्त अवधि में कितने पदों पर भर्ती की गई? कब तक पर्याप्त पुलिस बल की पदस्थापना कर दी जावेगी?

उप मुख्यमंत्री (गृह) विजय शर्मा की ओर से जवाब आया कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर राजनांदगांव जिले से 1 तथा बिलासपुर जिले से 2 शिकायत प्राप्त हुई थी। राजनांदगांव में स्वयं पुलिस उप अधीक्षक तनुप्रिया ठाकुर ने गलती पकड़ी थी। बिलासपुर जिले से अजय सिंह राजपूत एवं दुर्गेश यादव की ओर से शिकायत मिली थी। भविष्य में 5 हजार 900 कांस्टेबल की भर्ती की प्रक्रिया पर काम चल रहा है। व्दारिकाधीश यादव ने कहा कि पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का मामला काफी बड़ा है और कार्यवाही केवल आरक्षक पर हुई। सक्षम अधिकारी के खिलाफ क्या कार्यवाही करेंगे? उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच के लिए मोहला मानपुर एसपी समेत 5 सदस्यीय टीम बनाई गई है। 95 हजार वीडियो देखकर 129 प्रकरण निकाले गए हैं। यह विषय न्यायालय में गया हुआ है। न्यायालय का निर्णय आते ही कार्यवाही करेंगे। यादव ने कहा कि क्या अकेला आरक्षक गड़बड़ी कर लेगा? क्या ऐसी कोई नीति बनाकर रख दी गई है कि आरक्षक भर्ती कर रहे हैं। छोटे आदमी को जेल भेज दिया। क्या बड़े अधिकारी के खिलाफ जांच नहीं बनती? यह तो सीबीआई जांच का मामला बनता है। भर्ती में ऐसी ही गड़बड़ियां होती रहीं तो कहां से पुलिस के योग्य जवान निकलेंगे। ऐसे में क्या कानून व्यवस्था बनेगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा है केन्द्रीय जांच एजेन्सियों के प्रति आप लोगों का विश्वास बढ़ा है। आप लोगों ने तो 5 वर्ष तक सीबीआई को बेन कर रखा था। पूरे प्रदेश में पुलिस भर्ती में गड़बड़ी की जांच कराई गई है। पुलिस अधीक्षकों की जांच रिपोर्ट हमारे पास है। बिलासपुर में 129 प्रकरण पकड़े गए, जिन्हें हमने स्वयं कोर्ट में दिया है। किस स्तर पर गड़बड़ी हुई समझने की आवश्यकता है। दौड़ एवं गोला फेंक में कम्प्यूटर ऑपरेटर व्दारा अतिरिक्त अंक चढ़ा दिया गया।

कांग्रेस विधायक चातुरी नंद ने सवाल उठाया कि ग्राम सुखापाली में आरक्षक ने आत्महत्या के पीछे का कारण अपने हाथों में लिखा था। छोटों पर कार्यवाही हो गई, बड़ों पर होगी या नहीं? उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वह आरक्षक राजनांदगांव जिले में पदस्थ था। मोहला मानपुर एसपी के नेतृत्व में 5 सदस्यीय जांच टीम बनाई गई है, जिसमें 16 लोग अंदर हुए हैं।

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