‘गुईयां- 2’ यूनिक सब्जेक्ट… नेगेटिव किरदार करने में मज़ा आ गया- प्रकाश अवस्थी

मिसाल न्यूज़

प्रोड्यूसर मोहित साहू की छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘गुईयां- 2’ में स्टार कलाकार प्रकाश अवस्थी डॉन के नेगेटिव किरदार में नजर आएंगे। प्रकाश कहते हैं- “गुईयां-2 का सब्जेक्ट यूनिक है। ऐसी फ़िल्म में लीक से हटकर रोल करने मिले तो उसका अपना अलग ही मज़ा है।“

‘गुईयां- 2’ पर आपका सबसे पहला कमेन्ट क्या होगा, सवाल करने पर प्रकाश अवस्थी कहते हैं- “यह अमलेश नागेश का कॉसेप्ट है। अमलेश न सिर्फ़ बुद्धिमान कलाकार, बल्कि बुद्धिमान डायरेक्टर भी है। हमेशा कुछ यूनिक करने की उसकी कोशिश रहती है। जनवरी 2024 में मोहित भाई का फोन आया था। उन्होंने बड़े अधिकार के साथ कहा- “गुईयां-2 करना है। विलेन का किरदार है।“ उनके इस आग्रह पर मैं सोच में पड़ गया। इसलिए कि मैंने अपने फ़िल्मी करियर के शुरुआती दौर में एक-दो फ़िल्मों में ज़रूर नेगेटिव किरदार किया था, लेकिन मेरी छवि हीरो की रही है। फिर मेरी और मोहित भाई की मिटिंग हुई। मैं ‘गुईयां- 1’ नहीं देखा था, अतः बहुत कुछ जानने समझने की इच्छा थी। मोहित भाई ने ‘गुईयां-1’ दिखाई। मुझे वह फ़िल्म पसंद आई। जैसा कि ‘गुईयां-1’ की कहानी जहां पर ख़त्म हुई थी वहीं से ‘गुईयां- 2’ की कहानी आगे बढ़ेगी, मुझे लगा कि लंबे समय से मैंने कोई नया प्रोजेक्ट नहीं किया, इसलिए एक नया एक्सपेरिमेंट करना चाहिए। मैंने फ़िल्म के लिए हामी भर दी। फ़िल्म शूट पर गई तो समझ आया कि मेरा किरदार अपने आप में काफ़ी महत्वपूर्ण है। जब आप यह फ़िल्म पर्दे पर देखें खुद महसूस करेंगे। मैंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय करने की कोशिश की है।“

‘गुईयां- 2’ में अमलेश और दिलेश दो चर्चित चेहरे हैं, दोनों के साथ कैसा अनुभव रहा, पूछने पर प्रकाश कहते हैं- “अमलेश को पब्लिक के नब्ज़ की गहरी पकड़ है। उसका पूरा फ़ोकस काम पर रहता है। मोबाइल की दुनिया से वह दूर रहता है। आज हर बड़ा प्रोड्यूसर-डायरेक्टर उसे लेकर फ़िल्म बनाना चाहता है। दिलेश की बात करूं तो अपने रोल के लिए उसने जिम में ख़ूब पसीना बहाया है। वह काफ़ी मेहनती है। मैं और दिलेश दोनों लंबी कद काठी वाले हैं। कैमरे के सामने जब हम आमने-सामने हुए ख़ूब मज़ा आया।“

‘गुईयां-2’ में अनिकृति चौहान एवं दीक्षा जायवाल जैसी पॉपुलर एक्ट्रेस हैं, इनके बारे में क्या राय रखते हैं, यह पूछने पर प्रकाश कहते हैं- “अनिकृति में जन्मजात प्रतिभा है। उसने अपनी हर फ़िल्म में खुद को साबित किया है। ‘गुईयां- 2’ हो या ‘जानकी- 1’, दोनों ही फ़िल्मों में अलग ही अनिकृति नज़र आएगी। काफ़ी पहले मैंने टीवी पर ‘फौजी’ सीरियल देखा था तो उसमें एक एक्टर के काम पर नज़र ठहर जाती थी। यह एक्टर कोई और नहीं शाहरुख़ ख़ान था। दीक्षा में भी कुछ ऐसी ही बात है। न सिर्फ़ अभिनय, उसका डॉस भी काफ़ी अच्छा है। सही किरदार मिलते रहे तो वह बहुत आगे जाएगी।“

मोहित साहू आपको ‘गुईयां- 2’ तक खींच लाए, उनकी चर्चा के बिना कुछ अधूरा सा लगेगा, यह कहने पर प्रकाश कहते हैं- “मोहित भाई नये प्रतिभाशाली कलाकारों एवं टेकनीशियन को लगातार मौका दे रहे हैं। वे बिना रुके एक के बाद एक लगातार फ़िल्में बना रहे हैं, छॉलीवुड के लिए इससे अच्छा और क्या हो सकता है।“

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *