मिसाल न्यूज़
रायपुर। राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन (रजबंधा) में आज एक राष्ट्र एक चुनाव पर विशेष सामान्य सभा आयोजित हुई। इस अवसर पर सभापति सूर्यकांत राठौर ने कहा कि बार-बार चुनाव कराने में भारी प्रशासनिक खर्च और संसाधनों की बर्बादी होती है। एक साथ चुनाव से चुनावी खर्चों में कमी आएगी और सुरक्षा बलों, शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों को बार-बार चुनावी ड्यूटी से मुक्त किया जा सकेगा एवं प्रशासनिक कार्य में गति आयेगी।
सदन की कार्यवाही शुरु होते ही सभापति सूर्यकांत राठौर ने कहा कि “एक राष्ट्र एक चुनाव” का मुख्य उद्देश्य लोकसभा और सभी राज्य विधानसभा के चुनावों को एक साथ आयोजित करना है। ताकि समय, संसाधन और प्रशासनिक खर्चा की बचत हो सके तथा देश के विकास कार्यों में निरंतरता बनी रहे। बार-बार लगने वाली आदर्श आचार संहिता के कारण विकास कार्यों, परियोजनाएँ, शासकीय भर्तियां रूक जाती हैं। एक साथ चुनाव होने से बाधा दूर होगी और सरकारें अपने विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगी।
सभापति ने कहा कि एक साथ चुनाव राजनीतिक अस्थिरता को कम करने में मदद करेगा, जिससे नीति निर्माण में स्थिरता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण सुनिश्चित होगा। एक साथ चुनाव से मतदाताओं में अधिक जागरूकता और उत्साह पैदा होगा, जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा और लोकतंत्र को सशक्त किया जा सकेगा। चुनाव आयोग व राजनीतिक दलों को बार-बार चुनाव प्रचार करने के लिए भारी धन राशि खर्च करनी पड़ती हैं। एक साथ चुनाव खर्च में कटौती होगी, जिससे धन का अधिक सदुपयोग हो सकेगा। “एक राष्ट्र एक चुनाव” एक क्रांतिकारी कदम है, जो भारत के लोकतंत्र को और अधिक मजबूत, पारदर्शी, और कुशल बना सकता है। इससे न केवल सरकार के कार्यों में निरंतरता आएगी, बल्कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता भी सुदृढ़ होगी।
सदन में लगभग डेढ़ घंटे की चर्चा के बाद एक राष्ट्र एक चुनाव का एजेन्डा सर्वसम्मति से पारित हुआ। एक राष्ट्र एक चुनाव पर महापौर मीनल चौबे एवं निगम नेता प्रतिपक्ष संदीप साहू समेत भाजपा पार्षदगण मनोज वर्मा, दीपक जायसवाल, महेन्द्र खोड़ियार, प्रमोद साहू, अजय साहू, गायत्री सुनील चंद्राकर, अंबर अग्रवाल, राजेश गुप्ता, भोलाराम साहू, साधना प्रमोद साहू, विनय निर्मलकर, स्वप्निल मिश्रा, कृतिका जैन, सोहनलाल साहू, आशु चंद्रवंशी, गज्जू साहू तथा कांग्रेस पार्षदगण शेख मुशीर, अर्जुमन ढेबर एवं रेणु जयंत साहू ने भी अपनी बात रखी।