मिसाल न्यूज़
रायपुर। सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ ने ब्राह्मण कुलगौरव चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्म दिन के निर्धारण हेतु देश के चारों शंकराचार्य तथा धर्म गुरुओं को पत्र लिखकर दिन तय कर घोषणा करने आग्रह किया हे।
सरयूपारीण ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष डॉ सुरेश शुक्ला ने बताया कि भगवान परशुराम जी ब्राह्मण कुलवंश के गौरव हैं। कलयुग में 8 चिरंजीवी में 6 वें क्रम में वे आते हैं। सरयूपारीण ब्राह्मण समाज ने जन्म दिन पर सभी प्रमुख चौक चौराहों पर परशुराम जी का चित्र रख पूजा पाठ कर प्रसाद वितरण कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की योजना बनाई हे। परशुराम जी का जन्म बैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को वर्ष में एक बार मनाया जाता है, लेकिन सप्ताह के सात दिनों में किस दिन जन्म हुआ, इसकी स्पष्ट जानकारी किसी को नहीं है। जन्म दिन के स्पष्ट निर्धारण हेतु चारों शंकराचार्य स्वामी सदानंदजी शारदा मठ गुजरात, शंकराचार्य श्रृंगेरी पीठ कर्नाटक, शंकराचार्य जी गोवर्धन पीठ पुरी ओडिशा तथा शंकराचार्य जी ज्योर्तिमठ बद्रिकाश्रम उत्तराखंड को पत्र लिखा गया है। इस संबंध में ब्रह्मचारी इंदुभवनंदन जी दांडी स्वामी शंकराचार्य आश्रम बोरियाकला तथा राजेश्री महंत डॉ महंत रामसुंदर दास दुधाधारी मठ रायपुर से मार्गदर्शन लिया गया है। अवधेशानंद गिरी जी जूनागढ़ अखाड़ा एवं सभी अखाड़ा परिषद हिन्दू धर्म गुरुओं व धर्मप्रचारकों को भी पत्र लिखा जा रहा है। दिन का निर्धारण होते ही इस योजना को विशाल रूप देकर अमलीजामा पहनाया जाएगा।इसी क्रम में राजेश्री महंत डॉ रामसुंदर दास दुधाधारी मठ से मिलकर पत्र सौंपा गया।