मिसाल न्यूज़
रायपुर। महापौर श्रीमती मीनल चौबे, नगर निगम कमिश्नर व अन्य निगम अफसरों ने इंदौर भ्रमण किया। छत्तीसगढ़ की संपूर्ण स्वच्छता की मुहिम को बल देने के उद्देश्य से राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) द्वारा इंदौर नगर निगम में एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित था। छत्तीसगढ़ की सभी 14 नगर निगमों के महापौर, कमिश्नर एवं संबंधित अधिकारियों के लिए दो चरणों में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने इंदौर में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन का सख्ती से क्रियान्वयन और कठोर जुर्माने की व्यवस्था की तारीफ की। महापौर और निगम कमिश्नर ने आईसीटी बेस्ड मॉनिटरिंग और एनजीओ के माध्यम से की जाने वाली इंदौर की घर-घर कचरा संग्रहण प्रणाली देखी। उन्होंने कचरा पृथक्करण के लिए अपनाए जाने वाले स्वच्छता मॉडल के अलावा शिकायत निवारण एप, जीपीएस-ट्रैक्ड कचरा गाड़ी, वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन और जोन आधारित घर-घर कचरा एकत्रण प्रणाली का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्वच्छता मित्रों और आम नागरिकों से संवाद कर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में जनभागीदारी को समझा। इंदौर के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) जाकर वहां की कार्यप्रणाली को भी समझा। साथ ही 311 शिकायत निवारण एप का अवलोकन कर रियल-टाइम शिकायत निवारण प्रणाली के बारे में जाना। उन्होंने ट्रांसफर स्टेशन, आरआरआर (रिड्यूस-रीयूज-रीसाइकल) सेंटर, बायोगैस प्लांट एवं मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) का दौरा कर इंदौर की विकेन्द्रित और कुशल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली को समझा। साथ ही इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भेंटकर स्वच्छता में जनसहभागिता और जनप्रतिनिधियों की सक्रिय भूमिका, ग्रीन बॉन्ड एवं यूज़र चार्जेस जैसे शहरी वित्त के अभिनव मॉडलों पर चर्चा की। वहीं, जीरो वेस्ट वार्ड तथा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का दौरा किया गया जहां तरल अपशिष्ट के प्रसंस्करण एवं पुनः उपयोग प्रक्रिया को विस्तार से समझा।
इस दौरे में रायपुर नगर निगम के अधीक्षण अभियंता यू.के. धलेंद्र, जोन स्वास्थ्य अधिकारी आत्मानंद साहू एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्सपर्ट प्रमित चोपड़ा भी शामिल हुए।