मिसाल न्यूज़
रायपुर। राजधानी रायपुर के अम्बेडकर अस्पताल (मेकाहारा) में जांच उपकरणों के खराब पड़े रहने का मामला आज विधानसभा में कांग्रेस विधायक श्रीमती शेषराज हरवंश ने उठाया। श्रीमती हरवंश ने चिंता जताते हुए कहा कि प्रदेश के इस सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में कैंसर की जांच करने वाली मशीन तक ठीक नहीं।
प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक श्रीमती शेषराज हरवंश का सवाल था कि प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा रायपुर में मरीजों को जांच की सुविधा देने हेतु कुल छोटी, बड़ी एवं मध्यम जांच मशीनें कितनी मात्रा में लगाई गई हैं? जून 2025 की स्थिति में कितनी जांच मशीनें चालू हैं? कितनी बन्द हैं? स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की ओर से जवाब आया कि मेकाहारा में छोटी बड़ी/मध्यम कुल 161 मशीनें उपलब्ध हैं। जून 2025 की स्थिति में 111 मशीनें चालू हैं एवं 50 मशीनें बंद है। शेषराज हरवंश ने कहा कि मेकाहारा छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है। जहां कैंसर जांच वाली मशीन तक ठीक नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछले सरकार के समय में 20 करोड़ की मशीन बिना स्वीकृति के खरीद ली गई थी। वह आठ साल से चालू नहीं हो पाई। उसे चालू करवाएंगे। श्रीमती हरवंश ने कहा कि यह मशीन 9 साल पहले आई थी। उस समय आप ही लोगों की सरकार थी। अब तक चालू कैसे नहीं हो पाई? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- हमने भवन बनवा दिया था। करना आप लोगों को था। आप की सरकार में कुछ हुआ नहीं। स्वास्थ्य मंत्री की इस बात के विरोध में विपक्षी विधायकगण शोर मचाने लगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि माना हमारे पिछले कार्यकाल के समय में इस पर काम शुरु हुआ। लेकिन आगे दुर्भावनावश इसे आगे नहीं बढ़ाया गया। रेडियेशन मशीन खराब है। इसे ठीक कराने बात चल रही है।