मिसाल न्यूज़
रायपुर। राजधानी रायपुर पिछले 3 दिनों तक हुई भारी बारिश ने नगर निगम प्रशासन की नींदें उड़ा दी है। दर्जन भर कॉलोनियां व मोहल्ले इस बार पानी से लबालब रहे। खुद महापौर एवं निगम कमिश्नर विश्वदीप को बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर हालात को समझना पड़ा। आखिर जलभराव की समस्या कैसे दूर हो, इस पर महापौर श्रीमती मीनल चौबे की ओर से अलग तरह की पहल हुई है। श्रीमती चौबे ने आज रायपुर नगर निगम के पूर्व महापौरों और पूर्व सभापतियों को निगम मुख्यालय में आमंत्रित कर उनसे उनके अनुभव के आधार पर जलभराव की समस्या दूर करने सुझाव मांगे। निगम मुख्यालय के सभाकक्ष में हुई बैठक में निगम सभापति सूर्यकांत राठौर, पूर्व महापौरगण डॉ. किरणमयी नायक, प्रमोद दुबे, एजाज ढेबर, पूर्व सभापति व्दय संजय श्रीवास्तव, प्रफुल्ल विश्वकर्मा एवं नगर निगम पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी उपस्थित थे।
महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने पूर्व महापौरों और पूर्व सभापतियों से रायपुर शहर में जल भराव की समस्या दूर करने अपने अनुभव के आधार पर सुझाव मांगे। महापौर ने कहा कि रायपुर में जलभराव की समस्या को दूर करने ठोस योजना बनाकर ठोस कार्य किये जाने की आवश्यकता है। ताकि शहर में जलभराव की समस्या का समाधान हो सके और नागरिकों को राहत मिल सके। नगर निगम इसमें सबके साथ मिलकर सहभागी बनकर दलगत राजनीति की भावना से ऊपर उठकर योजना बनाकर कार्य करने कृत संकल्पित है।
नगर निगम कमिश्नर विश्वदीप ने कहा कि जोन 4,5 एवं 6 आदि के वार्डों का पानी चिंगरी नाला में जाता है। रिंग रोड, व्हीआईपी रोड के जल की निकासी हेतु नगर निगम ने अपने स्तर पर प्रयास प्रारंभ कर दिये हैं। ताकि नागरिको को राजधानी शहर में जलभराव की समस्या से आगे असुविधा ना होने पाये। इसके लिए जलभराव की समस्या दूर करने तात्कालीक समाधान का कार्य तकनीकी दृष्टि से नगर निगम द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है।
पूर्व महापौर एजाज ढेबर ने महापौर श्रीमती मीनल चौबे की पहल को सराहनीय कहा। उन्होंने कि अभी अच्छा अवसर है कि योजना पर अभी से कार्य प्रारंभ कर दिया जाए। इससे प्रोफेसर कॉलोनी जैसे क्षेत्र में होने वाले जलभराव की समस्या को तकनीकी तौर पर दूर किया जा सकेगा। अरमान नाला क्षेत्र में होने वाला जल भराव भी दूर किया जा सकेगा। उन्होंने इस हेतु अपर कमिश्नर को जिम्मेदारी देकर पृथक विभाग बनाकर अभी से योजना बनाकर कार्य करने का सुझाव दिया।
पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने शहर के मध्य एवं भीतरी क्षेत्रो में होने वाले जलभराव को दूर कर उसका जल निकास करते हुए चिंगरी नाला तक निकालने की दृष्टि से समाधान हेतु सुझाव दिया।
पूर्व महापौर डॉ. किरणमयी नायक ने कहा कि इस हेतु उपायुक्त, जेडएचओ स्तर के अधिकारियों को अपने कार्यकाल में मैंने सफाई की जिम्मेदारी दी थी। इस जिम्मेदारी को उन्होंने पूरी सफाई टीम के साथ निभाया था एवं समस्या नियंत्रित रही थी। इस हेतु रायपुर शहर में जलभराव की समस्या दूर करने टीमें गठित कर कार्य योजना बनाकर किया जाना चाहिए, ताकि आगे शीघ्र समाधान सभी के लिए हो सके।
पूर्व सभापति संजय श्रीवास्तव ने कहा कि जलभराव के चिन्हित क्षेत्र की ऑन लाईन कार्यवाही अच्छी है किंतु व्यवहारिक स्थिति नालों की स्थिति क्या है, क्या वह निजी भूमि में आ रहे हैं, अथवा शासकीय भूमि है, इनकी जानकारी लेकर नालों को व्यवस्थित कर पानी के निकास बेहतर व्यवस्था की ओर आगे बढ़ना होगा।
पूर्व सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने कहा कि अधिकारियों को यह समझना होगा कि केवल टेण्डर निकाल देने से कार्य पूर्ण नहीं होता। क्षेत्र की जानकारी लेकर आवश्यक उपाय करने होंगे ताकि जल की निकासी सुगमता से हो सके। समता कालोनी जैसे पॉश कॉलोनी क्षेत्र में अभी तक समस्या का समाधान खोजा जा रहा है।
पूर्व निगम नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी ने सुझाव दिया कि पूरे शहर में अभियान चलाकर नालों को अवैध कब्जों से मुक्त करवाना होगा। इसके लिए नियमानुसार नालों का सीमांकन कर आवश्यक कार्यवाही करना होगा, ताकि जल निकासी सुगमता से हो सके।
बैठक में एमआईसी सदस्य व्दय मनोज वर्मा व दीपक जायसवाल, पूर्व पार्षद राधेश्याम विभार, अपर कमिश्नरगण राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, पंकज के. शर्मा, यू.एस. अग्रवाल, विनोद पाण्डेय व श्रीमती कृष्णा खटीक, मुख्य अभियंता यू.के. घलेन्द्र, अधीक्षण अभियंता राजेश राठौर, पी. राजेश नायडू, कार्यपालन अभियंता अंशुल शर्मा (जूनियर), सहायक अभियंता शैलेन्द्र पटेल, अमित बोस एवं उपअभियंता सुश्री अर्जिता दीवान की उपस्थिति थीं।