मिसाल न्यूज़
अरण्य सिनेमा के बैनर तले निर्मित छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘एम.ए. प्रीवियस’ का प्रदर्शन 7 नवम्बर को छत्तीसगढ़ की सिंगल स्क्रीन एवं मल्टीप्लेक्स में होने जा रहा है। ‘एम.ए. प्रीवियस’ बतौर निर्माता राज वर्मा की पांचवीं फ़िल्म है। इससे पहले वे ‘तरी हरी ना ना’, ‘मनमोहनी’, ‘दुल्हा राजा’ एवं ‘बी.ए. फाइनल ईयर’ जैसी फ़िल्में प्रोड्यूस कर चुके हैं। राज ने ‘एम.ए. प्रीवियस’ के प्रदर्शन की इस घड़ी में दर्शकों से अपील की है- “ग्रेजुएशन करा दे हव त पोस्ट ग्रेजुएशन भी कराना है।“
हाल ही में ‘मिसाल न्यूज़’ ने ‘एम.ए. प्रीवियस’ को लेकर राज वर्मा से बातचीत की, जिसके मुख्य अंश यहां प्रस्तुत हैं-
0 अपने सिनेमाई सफ़र से जुड़े कुछ पिछले पन्नों को खोलें…
00 सच कहूं तो हीरो के रुप में मेरी इंट्री 2004 में ‘साया द शेडो’ से हो जानी थी। दुर्भाग्य से यह फ़िल्म पूरी बनकर भी रिलीज़ नहीं पाई। यह फ़िल्म हिन्दी में बनी थी। बॉलीवुड के मशहूर कलाकार अली ख़ान इस फ़िल्म में विलेन थे। फिर छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘तरी हरी ना ना’ बतौर हीरो मेरी पहली फ़िल्म रही। इस फ़िल्म को प्रोड्यूस करने के साथ डायरेक्ट भी किया था। ‘दुल्हा राजा’ का भी मैं प्रोड्यूसर, डायरेक्टर व हीरो तीनों रहा। जहां तक ‘एम.ए. प्रीवियस’ की बात है तो प्रोड्यूसर होने के साथ इसमें हीरो तो हूं लेकिन डायरेक्शन की कमान भाई प्रणव झा ने संभाली है।
0 प्रणव झा लगातार कॉलेज सीरिज़ वाली फ़िल्में निर्देशित करते चले आ रहे हैं। उनके निर्देशन में ‘एम.ए. प्रीवियस’ में रोल करने का अनुभव कैसा रहा…
00 ‘एम.ए. प्रीवियस’ के लिए मेरा चयन प्रणव झा ने ‘बी.ए. फाइनल ईयर’ के समय ही कर लिया था। प्रणव भाई जब ‘बी.ए. फाइनल’ शूट कर रहे थे उसी दौरान उन्होंने मुझे ‘एम.ए. प्रीवियस’ की कहानी सुनाई थी। कहानी सुनकर लगा कि यह वही डिफ्रेंट सब्जेक्ट है जिसकी तलाश मुझे लंबे समय से थी। प्रणव भाई के शॉट लेने का तरीका लाज़वाब है। किसी भी सीन को वे यूं ही नहीं निकल जाने देते। जब तक उन्हें यक़ीन नहीं हो जाता कि काम पुख़्ता हुआ है, ओके नहीं बोलते।
0 ‘एम.ए. प्रीवियस’ जैसा कि नाम से कॉलेज़ के इर्द-गिर्द की कहानी लगती है, इसमें आपका किरदार क्या है…
00 कॉलेज़ के प्रोफेसर का रोल है। दीपक साहू का बड़ा भाई बना हूं। जहां पढ़ाता हूं उसी कॉलेज़ में दीपक स्टूडेंट रहता है। जिस तारीख़ में मेरा बर्थ होता है सेम डेट पर दीपक भी इस दुनिया में आता है। मेरे जन्म के 5 साल बाद। एक ही तारीख़ में दुनिया में आने वाले दोनों भाइयों के बीच प्रेम तो गहरा है, लेकिन कहीं-कहीं पर सोच एकदम अलग होती है। बड़े भाई का अरेंज मैरिज पर विश्वास है और छोटे का लव मैरिज पर। दोनों सेम डेट में ही शादी रचाकर उसे यादगार बनाना चाहते हैं, लेकिन ऐसा हो पाने के बीच बहुत सी रुकावटें हैं। क्या दोनों भाइयों की सेम डेट पर शादी हो पाती है, ज़वाब 7 नवम्बर को रुपहले पर्दे पर मिलेगा।
0 फ़िल्म के दूसरे हीरो दीपक साहू का नाम इन दिनों ख़ूब दौड़ रहा है, ‘एम.ए. प्रीवियस’ को उनके नाम का कितना फायदा मिलेगा…
00 निश्चित रूप से दीपक छत्तीसगढ़ी सिनेमा का बड़ा नाम हो चुके हैं। दीपक की ख़ासियत है सबसे घूल-मिल जाना। शूट के समय पूरी यूनिट के साथ उनका गहरा तालमेल रहा। काफ़ी टैलेंटेड है। अपने रोल में पूरी तरह खरे उतरे हैं।

0 ‘एम.ए. प्रीवियस’ की दोनों एक्ट्रेस हिरनमयी दास एवं अराधना साहू से कितनी उम्मीदें हैं…
00 हिरनमयी दास मेरे अपोज़िट नज़र आएंगी। हिरनमयी उड़ीसा की स्टार एक्ट्रेस हैं। फ़िल्मों के अलावा बहुत से सीरियल कर चुकी हैं। ‘एम.ए. प्रीवियस’ हिरनमयी की दूसरी छत्तीसगढ़ी फ़िल्म है। छत्तीसगढ़ी सिनेमा उनके लिए नया है। लैंग्वेज प्राब्लम को वे अपने ऊपर हावी नहीं होने दीं। शूट के समय 15 से 20 मिनट बड़े ध्यान से अपने सीन को पढ़ती थीं। फिर यूनिट के सदस्यों से डिस्कस करती थीं। जो शब्द समझ न आएं उसका अर्थ पूछती थीं। उनका अभिनय कमाल का है। दीपक साहू के साथ अराधना साहू नज़र आएंगी। इस इंडस्ट्री में वे न्यू कमर हैं। ‘एम.ए. प्रीवियस’ उनकी पहली फ़िल्म है। अराधना एक फ़ेमस इंस्टाग्रामर हैं। यू ट्यूब पर इनके कई वीडियो हैं जो मिलियंस में जा चुके हैं। नो डाउट इस फ़िल्म में वे अपने अभिनय की छाप छोड़ेंगी।
0 अपनी फ़िल्मों के म्यूज़िक को लेकर आप काफ़ी उत्साहित रहते हैं…
00 ‘एम.ए. प्रीवियस’ में संगीत सुनील सोनी का है। जब हमारी सिटिंग हुई तो मैंने उनसे कहा था, मुझे अपनी फ़िल्म में पारंपरिक धुनों की ज़रूरत है। इस बात सुनील भाई ने विशेष ध्यान रखा। यू ट्यूब पर जाकर देख लें, उन्होंने जो संगीत रचा काफ़ी पसंद किया जा रहा है।

