मिसाल न्यूज़
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नकली शराब बिकने का मामला आज विधानसभा में उठा। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि पानी मिलाकर शराब बेची जा रही है। शराब दुकानों में दो कैश बॉक्स रखकर पैसों की गड़बड़ी अलग की जा रही है।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि मेरे क्षेत्र में तय दर से अधिक में शराब बेची जा रही है। इसके अलावा नकली शराब की खपत हो रही है। यहां तक की पानी मिलाकर शराब बेची जा रही है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि फिलहाल कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है। जहां थोड़ी बहुत शिकायत मिली भी थी तो जांच बिठाई गई। दोषी लोगों पर कार्रवाई की गई। नारायण चंदेल ने कहा कि शराब के इस धंधे में सबसे ज्यादा गड़बड़ियां प्लेसमेंट एजेंसियां कर रही हैं। झारखंड, ओड़िशा, महाराष्ट्र एवं आंध्रप्रदेश की शराब यहां खप रही है। भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने पूछा कि पानी मिलाया गया या शराब नकली है, इसकी जांच की क्या व्यवस्था है? लखमा की तरफ से वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए प्रयोगशाला है। हाइड्रो मीटर व थर्मा मीटर से जांच होती है। भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने कहा कि सभी शराब दुकानों में पैसे की दो पेटियां रखी जा रही हैं। एक में परमिट वाली शराब का हिसाब रहता है तो दूसरी में बिना परमिट वाली का। 75 प्रतिशत बिना परमिट वाली शराब बिक रही है। एक्साइज की चोरी हो रही है। भाजपा सदस्य सौरभ सिंह ने कहा कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में जमकर शराब की तस्करी होती है। जब गौरेला पेंड्रा मरवाही को जिला बने दो साल हो चुका तो वहां की शराब दुकानों का संचालन बिलासपुर जिले से क्यों होता है।