मिसाल न्यूज़
2 सितंबर को रिलीज़ होने जा रही छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘मया होगे रे’ से नितेश लहरी का नाम कार्यकारी निर्देशक के रूप में जुड़ा हुआ है। नितेश ड्रामे की दुनिया से होते हुए फ़िल्मों में आए। उनका कहना है- ‘मया होगे रे’ आज की जनरेशन को ध्यान में रखकर बनाई गई एक विशुद्ध पारिवारिक फ़िल्म है। इसमें एक्शन के साथ इमोशन और कॉमेडी का तड़का भी लगाया गया है। ये फ़िल्म छत्तीसगढ़ की मूल संस्कृति को टच किए हुए है। इसके गीत व संगीत में आपको मधुरता नज़र आएगी।
नितेश लहरी ने ‘मिसाल न्यूज़’ को बताया कि ‘मया होगे रे’ एक त्रिकोणीय प्रेम कहानी है जिसे लिखा है सलाम ईरानी ने। पटकथा व संवाद सलाम भाई के अलावा मैंने भी लिखे हैं। यह फ़िल्म आपको संवाद प्रधान फ़िल्म लगेगी। एक लंबे अंतराल के बाद इस फ़िल्म से स्टार कलाकार प्रकाश अवस्थी की वापसी हो रही है। प्रकाश भाई अपने रोल में ख़ूब जमे हैं। अपने रोल पर उन्होंने कड़ी मेहनत की। नवोदित हीरो भूपेश चौहान ने अपनी इस पहली फ़िल्म में काफ़ी परिश्रम किया है। निसन्देह वो अपने काम से सभी को प्रभावित करेंगे। नायिका सोनाली सहारे ने दमदार अभिनय किया है। फ़िल्म की कहानी प्रकाश, भूपेश व सोनाली के इर्द गिर्द घूमती है। अन्य कलाकारों में नये खलनायक लकी रघुवंशी ने अपने रोल के साथ पूरा न्याय किया है। पुष्पेंद्र सिंग,स्वर्गीय पुष्पांजलि शर्मा, विजय मिश्रा’अमित’, उपासना वैष्णव, दीपाली पांडेय, योगेश अग्रवाल, संगीता निषाद, सलीम अंसारी, उर्वशी साहू, दादू साहू एवं श्रवण राठौर अन्य प्रमुख कलाकार हैं। सलाम ईरानी व शुभम साहू का गीत-संगीत कर्णप्रिय बना पड़ा है। एक्शन जॉनसन अरुण ‘तम्बी’ ने किया है। छायांकन में तम्बी का साथ संजय महतो ने दिया है। नृत्य की बात करें तो कोरियोग्राफर व्दय संजू तांडी व विलास राउत ने अपना काम बखूबी किया है। निर्माता सुभाष बंसल जी व हेमंत जैन जी ने फ़िल्म निर्माण में अपनी ओर से कोई कसर बाकी नहीं रखी। शेखर चौहान ने इस फ़िल्म की परिकल्पना की है और मेरा सौभाग्य है कि उन्होंने मुझे इस फ़िल्म की ज़िम्मेदारी सौंपी। हमने साथ मिलकर इसका निर्देशन किया।
नितेश बताते हैं कि मैंने छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘आशिक़ छत्तीसगढ़िया’ व ‘मोला उहीच लड़की चाही बात खत्म’ को लिखा व निर्देशित किया है, जो जल्द ही सिनेमाघरों में आने वाली हैं। वर्तमान में ‘राम के लीला रामायण’ छत्तीसगढ़ी सीरियल निर्देशित कर रहा हूँ।