मिसाल न्यूज़
12 जनवरी को रिलीज़ होने जा रही छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘माटी पुत्र’ में पुष्पेंद्र सिंह खलनायक की भूमिका में नज़र आएंगे। पुष्पेंद्र सिंह कहते हैं- “माटी पुत्र में लोग मेरी हद्द दर्जे की क्रूरता देखेंगे। किसी और फ़िल्म में मैं ऐसा दुष्ट नहीं दिखा।”
‘मिसाल न्यूज़’ से बातचीत के दौरान पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि “माटी पुत्र पर बात मैं फ़िल्म के हीरो शिवा साहू से शुरु करना चाहूंगा। काफ़ी ऊर्जावान है वह। फिर फ़िल्म के गीत-संगीत के पीछे नवीन देशमुख की काफी मेहनत है। मैं तो समझता हूं छत्तीसगढ़ी सिनेमा को नवीन के रूप में एक और अच्छा गीतकार व संगीतकार मिल गया है। माटी से जमीन का बोध होता है और ‘माटी पुत्र’ की कहानी जमीन को लेकर ही है। दो परिवारों के बीच टकराव की कहानी है। डायरेक्टर संतोष देशमुख व एक्शन डायरेक्टर ने सतीश भाई ने अपनी पूरी ताकत झोंककर फ़िल्म को ऊंचाई दी है। माटी पुत्र की न सिर्फ़ कहानी अच्छी है बल्कि इसमें मैसेज भी काफ़ी अच्छा है। पहले कभी कहने वाले कहते रहे थे कि छत्तीसगढ़ी फ़िल्मों में मैसेज नहीं होता। ‘माटी पुत्र’ को आकर देख लें मालूम हो जाएगा कि इस फ़िल्म में कितना गहरा मैसेज है। फ़िल्म के अन्य कलाकारों की भी तारीफ़ करना चाहूंगा। मनोज जोशी थियेटर आर्टिस्ट हैं। स्वाभाविक है उनका अभिनय बोलता है। क्रांति दीक्षित व अंजलि सिंह का सिनेमा से जुड़ा लंबा अनुभव है। मुस्कान साहू छत्तीसगढ़ी सिनेमा प्रेमियों की चहेती हीरोइन हैं ही। हीरो शिवा साहू की पत्नी तनु साहू इस फ़िल्म की प्रोड्यूसर हैं। पूरी फ़िल्म तनु जी की देखरेख में बनी। उन्होंने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि फ़िल्म का कोई भी पक्ष हल्का नहीं होने पाए।”