रायपुर | राजधानी के दो बड़े ग्राउंड बीटीआई शंकरनगर और गॉस मेमोरियल ग्राउंड आये दिन आयोजनों के चलते बुक रहते हैं। गॉस मेमोरियल ग्राउंड में प्रशासन ने एक मेले की अनुमति दे दी गई है, जो महीने तक चलेगा। इस फैसले को लेकर आज युवा खिलाड़ियों एवं जनप्रतिनिधियों ने गॉस मेमोरियल ग्राउंड में अपना विरोध दर्ज कराया और खिलाड़ियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस मैदान को खेलों के लिए आरक्षित करने और मैदानों के व्यवसायीकरण न करने की मांग रखी। इस संबंध में कलेक्टर के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया है।
युवा खिलाड़ियों एवं जनप्रतिनिधियों ने एक बयान जारी कर कहा कि राजधानी रायपुर में खेल मैदानों की कमी को लेकर युवा लगातार परेशान रहे हैं। इधर, गॉस मेमोरियल ग्राउंड में मेला लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। अर्थात् अब एक माह तक यहां खिलाड़ियों का कोई काम नहीं रहेगा। महापौर एजाज़ ढेबर की भी मंशा है कि खेल मैदान खिलाड़ियों के लिए ही रहे ना की व्यवसायीकरण में इसका उपयोग हो। महापौर के निर्देशानुसार हम खिलाड़ियों एवं जन प्रतिनिधियों ने पूरी ताकत के साथ अपना विरोध दर्ज कराया है। वहीं गॉस मेमोरियल सेंटर प्रबंधन ने महापौर ढेबर को पत्र लिखकर मेले के आयोजन हेतु किसी भी प्रकार की अनुमति से इनकार किया है। उन्होंने पत्र में लिखा ” गॉस मेमोरियल सेंटर कार्यालय से पिछले वर्ष किसी भी आयोजक को उक्त मेले के लिए कोई अनुमति या पत्र जारी नहीं किया गया। न ही इस वर्ष गॉस मेमोरियल ग्राउंड पर किसी भी प्रकार के मेले के लिए गास मेमोरियल सेंटर कार्यालय से कोई अनुमति जारी की गई है। ऐसे ध्यान में रखते हुए रायपुर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। मांग पूरी नहीं होने पर खेल मंत्री के खिलाफ़ आन्दोलन की चेतावनी है।