महिला सुरक्षा को लेकर घड़ियाली आँसू बहाने वाली सुप्रिया श्रीनेत पहले कांग्रेस शासनकाल की करतूतों को खंगाल लेतीं- केदार गुप्ता

मिसाल न्यूज़

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता व मीडिया चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत को छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर पत्रकार वार्ता लेकर घड़ियाली आँसू बहाने से पहले छत्तीसगढ़ के कांग्रेस शासनकाल की करतूतों को खंगाल लेना था। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में महिलाओं पर हुए अत्याचार-आनाचार की करतूतों को जानने के बाद श्रीनेत इस तरह का मिथ्या प्रलाप नहीं करतीं।

एकात्म परिसर में आज प्रेस ब्रिफिंग के दौरान केदार गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस का समूचा राजनीतिक चरित्र शुरू से महिला विरोधी रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता श्रीनेत आज जिस कुर्सी पर बैठी हैं, कभी उस कुर्सी पर बैठने वाली कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा के साथ इसी छत्तीसगढ़ में क्या कुछ नहीं घटा? उन्हें कमरे में बंद करके दुर्व्यवहार किया गया। कांग्रेस के प्रदेश से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक आँसू बहातीं राधिका खेड़ा ने गुहार लगाई। जब उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई तो विवश होकर कांग्रेस से उनको इस्तीफा देना पड़ा। श्रीनेत बताएं कि प्रियंका चतुर्वेदी और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कांग्रेस क्यों छोड़ी? गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है। कांग्रेस की भूपेश सरकार के एक मंत्री ने महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलों को छोटी और साधारण घटना और तत्कालीन महिला आयोग की अध्यक्ष ने दुष्कर्म की घटनाओं को आपसी सहमति से बना संबंध बताकर महिलाओं के आत्म-सम्मान को रौंदने तक का काम किया था।

गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोण्डागाँव के मामले में सुप्रिया श्रीनेत ने तथ्यहीन बात कही है। इसी कोण्डागाँव में कांग्रेस की भूपेश सरकार के समय दुष्कर्म पीड़िता एक महिला की एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई थी। जब पीड़ित महिला और उसके व्यथित पिता ने फाँसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया तब कहीं जाकर उस मामले में एफआईआर हुई थी। इतना ही नहीं, रतनपुर में एक बेटी के साथ बलात्कार हुआ, और जब उसकी विधवा माँ एफआईआर कराने पहुँची तो बजाय बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज करने के पुलिस ने उसकी माँ को ही अनाचार कराने के मामले में जेल में डाल दिया था। कांग्रेस के राज की उन एफआईआर पर आज भाजपा सरकार के राज में कार्रवाई हो रही है। महिलाओं को लेकर आज रूदन करने और आधी आबादी की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार कांग्रेस नहीं रखती।

गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार ने न केवल महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने का काम किया है, बल्कि दीगर अपराधों पर भी अंकुश कायम किया है। भूपेश बघेल जी के कार्यकाल में सूखे नशे एवं अवैध शराब का कारोबार गली मोहल्ले तक पहुंच गया था , जो अपराध की मूल जड़ बना। इस अवैध कारोबार को प्रदेश की भाजपा सरकार समूल नष्ट करने पर संकल्पित है। कांग्रेस के नेतागण भाजपा शासनकाल में बलात्कार के 600 मामले का आरोप लगा रहे हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कांग्रेस के शासनकाल में यह आँकड़ा 1 जनवरी से 30 जून 2023 तक 1294 था। बलात्कार के मामलों में भाजपा शासनकाल में 50 फीसदी की कमी आई है।

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