लाइट मेट्रो ट्रेन चलाने पहले समझौता पत्र में मेरा हस्ताक्षर, आगे का फैसला छत्तीसगढ़ सरकार पर… स्काई वॉक बना तो ऊंचाई पर पुलिस चौकी खोलनी पड़ेगी- एजाज ढेबर

मिसाल न्यूज़

रायपुर। रायपुर महापौर एजाज़ ढेबर ने कहा कि रायपुर में लाइट मेट्रो ट्रेन चलाने मास्को में पहले समझौता पत्र (एमओयू) में हस्ताक्षर हो गए हैं। अगले एमयू में छत्तीसगढ़ सरकार तय करेगी कि इस पर क्या फैसला लेना है। ढेबर ने यह भी कहा कि रायपुर के अधूरे पड़े स्काई वॉक को पूरा किया गया तो वह अपराध का अड्डा बन जाएगा। इसके लिए अलग से किसी ऊंची जगह पर पुलिस चौकी खोलनी पड़ेगी।

निगम मुख्यालय में आज पत्रकार वार्ता में एजाज़ ढेबर ने कहा कि मास्को में हुए अंतर्राष्ट्रीय ट्रांसपोर्ट सम्मिट में 160 देशों ने भाग लिया था। भारत से इस सम्मिट में शामिल होने वाला मैं इकलौता व्यक्ति था। वहां ट्रैफिक व्यवस्था पर मैंने अपना भाषण भी दिया। वहां मैंने लाइट मेट्रो ट्रेन की प्रस्तुति को देखा। मैं हमेशा से महसूस करते रहा था कि रायपुर शहर को लाइट मेट्रो ट्रेन की जरूरत है। मास्को की टीम के साथ मैंने रायपुर में लाइट मेट्रो ट्रेन चलाने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। 15 नवंबर के आसपास मास्को की टीम के रायपुर आने की संंभावना है। जो यहां देखेगी कि कहां से कहां तक लाइट मेट्रो ट्रेन चलाई जा सकती है। ढेबर नेे कहा कि इस बात से इंकार नहीं की इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने में 100 प्रतिशत छत्तीसगढ़ सरकार की भूमिका होगी। अगले चरण में कागजी कार्यवाही मास्को टीम व प्रदेश सरकार के बीच होगी।

महापौर ने कहा कि रायपुर शहर में अधूरे पड़े स्काई वॉक को पूरा बनाया जाता है तो वह जनता के काम नहीं आएगा बल्कि अपराधियों का अड्डा बन जाएगा। वहां जमकर शराबखोरी होगी। रात में वहां आम आदमी सूरक्षित नहीं रहेगा। स्काई वॉक में अपराधिक घटनाएं न होने पाएं इसके लिए ऊंचाई पर अलग से पुलिस चौकी खोलनी पड़ेगी।

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