विधानसभा में डॉ. महंत का आरोप- जब पुलिस ही आबकारी वालों के साथ मिल जाए तो जहरीली शराब से मौत की घटनाएं होंगी ही…

● नारेबाजी करते हुए विपक्षी विधायकों का वाक आउट

मिसाल न्यूज़

रायपुर। लोफंदी गांव के 8 लोगों की शराब पीने से मौत हो जाने का मामला आज विधानसभा में जमकर उठा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आरोप लगाया कि जब पुलिस विभाग के लोग ही आबकारी वालों से मिल जाएंगे तो जहरीली शराब पीकर लोग मारे ही जाएंगे। जवाब में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि शराब को लेकर पिछली सरकार के समय में सही कदम उठाए गए होते तो आज ये परिस्थितियां निर्मित नहीं हुई होतीं। इस पर विपक्षी कांग्रेस विधायकगण सरकार की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं आने की बात कहते हुए सदन से वाक आउट कर गए।

ध्यानाकर्षण के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि बिलासपुर के पास लोफंदी गांव में मादक पदार्थ का सेवन करने से 6 फरवरी से 8 फरवरी के बीच तीन दिन में आठ लोगों की मृत्यु हो गई। 9 फरवरी को एक ग्रामीण की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके अतिरिक्त चार ग्रामीणों का रायपुर में उपचार चल रहा है। गांव में स्वास्थ्य विभाग व्दारा हेल्थ कैम्प लगाकर अलग उपचार किया जा रहा है। गंभीर लक्षण वाले तीन पीड़ितों का सिम्स बिलासपुर में उपचार चल रहा है। ग्रामीणों द्वारा 6 मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। ग्रामीणों के अभिकथन एवं सिम्स अस्पताल परिसर की पुलिस चौकी के मेमो डायरी में मृतकों की शराब सेवन से तबियत बिगड़ना लिखा है। उसके बाद भी प्रशासन मानने को तैयार नहीं है। ग्राम पंचायत में जहरीली शराब सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि लोफंदी गांव की घटना पर जांच बिठाई गई है। छह सदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे कार्रवाई की जाएगी। विष्णु देव साय सरकार का जीरो टालरेंस पर विश्वास है। पहली बार ऐसा हुआ है कि शराब के धंधे में अवैध रूप से लिप्त 4 लोगों की 1 करोड़ 80 लाख की प्रापर्टी राजसात की गई है। पिछली सरकार के समय में तो यह हाल था कि शराब का धंधा कैसा हो यह सीखने लोग दूसरे राज्यों तक में गए थे।

डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि 10 वीं-12 वीं पढ़ रहे बच्चे शराब की लत  के शिकार हो चुके हैं। गुरु जी शराब पीकर स्कूलों में पढ़ाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री तक के जिले में बिहार एवं पंजाब से अवैध रुप से शराब आ रही है। गली-गली में कोचिए पकड़े जा रहे हैं। लोफंदी ही नही बिलासपुर जिला सहित पूरे प्रदेश में शराब तथा अन्य मादक पदार्थों का अवैध कारोबार व्यापक पैमाने पर चल रहा है। गांव-गांव में दूध के पैकेट की तरह शराब सरलता से मिल रही है। पिछले दिनों भिलाई दुर्ग में 31 लाख की शराब पकड़ी गई। बिलासपुर में तो गोवा से तीन राज्यों की सीमा पार करते हुए एक करोड़ की शराब से भरा कंटेनर पकड़ाया है। बिलासपुर में एक माह में 6 हजार लीटर से जादा अवैध शराब पकड़ी गई है। अवैध शराब का धन्धा पूरी तरह से आबकारी विभाग एवं स्थानीय पुलिस के संरक्षण में फलता-फूलता है। पुलिस के छापे से पहले तस्करों को सूचना मिल जाती है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कच्ची शराब पीकर लोग मर रहे हैं। सरकार बताए कि कच्ची शराब बनाने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी। कांग्रेस विधायक व्दय विक्रम मंडावी एवं शेषराज हरबंश ने भी अवैध शराब बिक्री के लिए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। इस पर उप मुख्यमंत्री ने पुनः पिछली सरकार के समय में शराब को लेकर बने रहे सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया। विपक्षी विधायकगण उप मुख्यमंत्री के जवाबों से संतुष्ट नहीं हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन से वाक आउट कर गए।

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