कॉलेज के साथ नाम भर के लिए जुड़ा ‘अनुसंधान’… अजय चंद्राकर के सवाल पर मंत्री केदार कश्यप को करना पड़ा स्वीकार…

मिसाल न्यूज़

रायपुर। विधनसभा में आज भाजपा विधायक अजय चंद्राकर की ओर से हुए सवालों के दौरान मंत्री केदार कश्यप को स्वीकार पड़ा कि महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय अंतर्गत 15 शासकीय महाविद्यालयों के साथ जो अनुसंधान केन्द्र शब्द जो जुड़ा हुआ है वह केवल नाम के लिए है। वहां अनुसंधान जैसा कुछ भी नहीं है। साथ ही सदन में यह भी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि इन महाविद्यालयों के लिए स्वीकृत 692 पदों में से मात्र 69 पद ही भरे हैं।

प्रश्नकाल में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर का सवाल था कि महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय अंतर्गत प्रदेश में कौन-कौन से महाविद्यालय, कहां-कहां संचालित हैं? उनमें से कितने स्वयं के भवन में, उसके अंतर्गत कौन-कौन से, कितने पद स्वीकृत हैं? स्वीकृत पदों के विरूद्ध कितने भरे/रिक्त हैं? जनवरी 2025 की अद्यतन स्थिति में कितने छात्र/छात्राएं अध्ययनरत हैं? कितने में अनुसंधान केन्द्र स्थापित हैं तथा उसके अंतर्गत स्वीकृत पद के विरूद्ध कितने भरे/रिक्त हैं? उक्त छात्रों के रोजगार नियोजन हेतु राज्य सरकार द्वारा अब तक क्या-क्या कार्य योजना बनाई गई है?

कृषि विकास एवं किसान कल्याण मंत्री रामविचार नेताम की ओर से जवाब आया कि महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय अंतर्गत 15 शासकीय महाविद्यालय एवं 4 निजी महाविद्यालय संचालित हैं। विश्वविद्यालय अंतर्गत संचालित महाविद्यालयों में अनुसंधान केन्द्र स्थापित नहीं हैं। विश्वविद्यालय स्थापना उपरांत 780 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इनमें से कुछ छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा में अध्ययनरत हैं। छात्रों के रोजगार नियोजन हेतु विश्वविद्यालय स्तर पर प्लेसमेंट सेल की स्थापना कर विभिन्न निजी एवं शासकीय उपरोक संस्थाओं यथा बैंक/बीज/ कीटनाशक इत्यादि कंपनी से समन्वय स्थापित कर रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं।

चंद्राकर ने कहा कि 15 शासकीय महाविद्यालयों के नाम के साथ अनुसंधान केन्द्र शब्द जुड़ा हुआ है। क्या अनुसंधान होता है या केवल नाम के लिए रखा गया है? मंत्री रामविचार नेताम की अनुपस्थित में वन मंत्री केदार कश्यप ने जवाब देते हुए स्वीकार किया कि वे केवल महाविद्यालय हैं। उनके साथ अनुसंधान शब्द केवल नाम के लिए जुड़ा हुआ है। चंद्राकर ने पूछा कि महाविद्यालयों में कितने प्रशासनिक पद भरे हुए हैं और कितने पद रिक्त हैं? केदार कश्यप ने कहा कि 15 महाविद्यालयों में 692 पद स्वीकृत हैं, जिनमें 69 भरे हैं और 623 रिक्त हैं। अजय चंद्राकर ने कहा कि 69 पद भरे हैं 623 पद रिक्त हैं इसी से अंदाजा लगा लें कि महाविद्यालयों में क्या पढ़ाई हो रही होगी।

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