मिसाल न्यूज़
रायपुर। पंडित गुणवंत माधवलाल व्यास स्मृति संस्थान द्वारा गुरु पूर्णिमा के अवसर पर व्यास निवास बूढ़ापारा में पारंपरिक गुरु पूजन का आयोजन किया गया।
गुरु के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कौशल महंत द्वारा पण्डित गुणवंत व्यास के लिए लिखी गई सुंदर गुरु वंदना –”वाग्देवी के वरद पुत्र, सतत साधना में जीवन भर पण्डित गुणवंत व्यास रहे,” को संस्था प्रमुख दीपक व्यास एवं सभी शिष्यों ने समवेत स्वर में गाया। इस अवसर पर संस्था द्वारा हर साल एक वरिष्ठ कला गुरु को सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ कुंजबिहारी शर्मा को उनकी दीर्घकालीन रंगकर्म की सेवा हेतु संस्था द्वारा श्रेष्ठ कला गुरु सम्मान प्रदान किया गया। श्रीमती दीपा व्यास ने कुंज बिहारी शर्मा का परिचय पढ़ा। संस्था प्रमुख श्रीमती रचना चांडक ने गुरु पूर्णिमा के महत्व पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विनोद शेष, रमेश पालकर, कांतिलाल बरलोटा, महेंद्र तिवारी, अनुराग शुक्ला, डॉ प्रदीप तिवारी, शुभ्रा ठाकुर सहित अनेक गण्यमान्य लोग मौजूद रहे। सभी उपस्थित कलाकारों ने गुरु स्थान पर अपनी स्वरांजलि अर्पित की। हारमोनियम पर दीपक व्यास, तबले पर सुशील गोल्हानी एवं राकेश देशमुख ने संगत दी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन महेन्द्र तिवारी ने किया।
कु. कावेरी व्यास ने मीरा भजन –आली म्हाने…, श्रीमती रचना चांडक ने तेरो बनत बनत बनी जाई…, डॉ प्रदीप तिवारी ने करे भगत हो आरती माई दोई बिरिया… एवं विनोद शेष ने राग दरबारी पर आधारित जो गुरु कृपा करे… प्रस्तुत किया।