मिसाल न्यूज़
रायपुर। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में दुर्ग जिले में शराब का अवैध कारोबार चल रहा है। वहां पर लगातार हो रही बड़ी अपराधिक घटनाओं के पीछे वजह शराब ही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूर्ण शराब बंदी का वादा था। हमारी मांग है कि आज गांधी जयंती के दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने वादे पर अमल करते हुए पूर्ण शराब बंदी की घोषणा करें।
नारायण चंदेल ने अपने दफ्तर में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि आज मैं दुर्ग जिले के उस कपसदा गांव के भ्रमण पर रहा जहां 28 सितंबर को सामूहिक हत्या हुई थी। भोलानाथ समेत 4 लोगों की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हुई, जो कि एक ही परिवार के थे। भ्रमण के दौरान मेरी पार्टी के कार्यकर्ता, जिला एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारीगण साथ थे। जिस व्यक्ति की हत्या हुई उसके माता पिता से मैंने बातचीत की। बातचीत में यही मालूम हुआ कि 28 सितंंबर के रात 8 बजे केे आसपास की यह घटना है। मृतक का परिवार ओड़िशा से यहां आया था। 30-40 वर्षों से ये लोग यहां रह रहे थे। ये ठेके पर बाड़ियों में काम करते थे। पुलिस ने घटना स्थल के पास से 7 लाख 92 हजार नगद एवंं 4 लाख का गहना जब्त किया है। ये ठेके पर कमाकर नगद व सोना जमा किए थे। पुलिस का कहना है आरोपी मृतक का भाई किस्मत यादव एवंं दो अन्य आकाश एवं टीकम हैं। हमने किस्मत यादव की पत्नी व बच्चों से बात की। इन सभी का कहना रहा कि घटना वाले समय में किस्मत घर पर था। नारायण चंदेल ने कहा कि पूरे दुर्ग जिले में सरकार के संरक्षण में शराब का अवैध कारोबार हो रहा है। नशे की प्रवृत्ति के कारण बड़ी-बड़ी अपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं। दुर्ग जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवंं गृह मंंत्री ताम्रध्वज साहू का गृह जिला है वहीं जहां यह घटना घटी वह मंत्री गुरु रुद्र कुमार के विधानसभा क्षेत्र में आता है। अभी तक सरकार को कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति मृतकों के घर में सांत्वना देने नहीं पहुंचा। हमारी मांग है कि हर मृतक के पीछे एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए। चंदेल ने कहा कि भ्रमण के दौरान लोगों ने मुझे यह भी बताया कि साल भर पहले पाटन विधानसभा क्षेत्र के बठेना में 5 लोगों की जो हत्या हुई थी उसके भी आरोपी पकड़ में नहीं आए हैं। इसी तरह की घटना दुर्ग जिले के ग्राम खुरमुड़ा में भी हो चुकी है।