मिसाल न्यूज़
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार का पिछले चार साल का कार्यकाल चोरी, हत्या एवं भष्टाचार के लिए याद किया जाएगा। यह सरकार छत्तीसगढ़ कौ गौरव नहीं गर्त में ले गई।
एकात्म परिसर में आज पत्र वार्ता में डॉ. रमन सिंंह ने कहा कि भाजपा शासनकाल में छत्तीसगढ़ शांति का टापू कहलाता था। 15 साल तक भाजपा के शासनकाल का गौरवशाली इतिहास रहा। हमारे शासनकाल में ऐसी कितनी ही योजनाएं थीं जिनकी केन्द्र की यूपीए सरकार भी सराहना करती थी। हमने गरीबों को 1 रुपये किलो में चावल दिया। किसानों को 0 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज़ देने की घोषणा की। ग्रामीण सड़क योजना अंतर्गत 22 हजार किलोमीटर सड़क बनी। पूरे प्रदेश में 29 हजार किलोमीटर सड़कों का जाल बिछा। छत्तीसगढ़ वापस 2003 की स्थिति में आ गया है। छत्तीसगढ़ की पहचान अब सीडी और ईडी के लगातार पड़ रहे छापों की वजह से हो रही है। 4 साल से मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर के अन्य विभाग के अधिकारी जेल में हैं। इस सरकार ने कोयले में भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों को संरक्षण देने का काम किया। देश में शायद ही कोई ऐसा राज्य है जहां पर इंकम टैक्स और ईडी ने प्रशासनिक पद पर बैठे हुए कलेक्टर के शासकीय निवास पर रेड करके इतनी बड़े स्तर पर कार्रवाई की हो। प्रदेश की स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर मुख्यमंत्री के विभाग तक यह आंच जा चुकी है। यदि मुख्यमंत्री की उप सचिव भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाएं तब तो नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रदेश में पटवारी से लेकर कलेक्टर तक, थानेदार से लेकर एसपी तक के लिए आईपीएल मैचों की तरह बोली लग रही है। हर तरफ, भ्रष्टाचार, भय, आतंक का राज स्थापित हो गया है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है। प्रदेश में चारों तरफ हताशा, निराशा, भय और आतंक व्याप्त है। दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं। अबोध बालिकाओं के साथ दुष्कर्म और उनकी हत्याओं की श्रृंखला सी चल पड़ी है। लूट और डकैती आदि की घटनाएं अब रोजाना का काम हो गया है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पिछले 4 साल में यहां दुष्कर्म के 6000 से अधिक मामले दर्ज किये गए हैं। 4000 से ज्यादा नाबालिगों के साथ दुष्कर्म, 6000 से ज्यादा युवतियों का अपहरण हुआ। दुष्कर्म में छत्तीसगढ़ छठवें, फिरौती में चौथे, आत्महत्या के मामले में दूसरे और डकैती के मामले में पांचवें नंबर पर आ गया है। प्रदेश में ठगी का स्टार्टअप चल रहा है। गांजा तस्करी, ब्राउन सुगर, नशीली गोली, चरस, अफीम, शराब की तस्करी उफान पर। ऑनलाइन ठगी के 1500 से अधिक मामले हैं । ईडी और आईटी विभाग की लगातार कारवाईयों से जितने तथ्य सामने आये हैं, उससे छत्तीसगढ़ शर्मिन्दा हैं। कोल ट्रांसपोर्ट में अंडरवर्ल्ड की तरह चल रही उगाही, आयरन ओर पैलेट्स समेत रेत, ज़मीन, शराब, ड्रग्स आदि के वैध-अवैध कारोबार से एक मोटे अनुमान के अनुसार लगभग 10 हजार करोड़ का घोटाला इस सरकार ने किया है। 25 सौ करोड़ से अधिक का केवल कोयला घोटाला है। चावल वितरण में 3 हज़ार करोड़ से अधिक का घोटाला इस सरकार ने किया है। बस्तर में रोज़ एक करोड़ रुपए के चावल का ग़बन हो रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री गरीब अन्न योजना के चावल में 15 सौ करोड़ से अधिक का घोटाला सामने आया। मनरेगा की राशि अप्राप्त है। 15 वें वित्त आयोग की राशि सरपंचों से जबरन अन्य कार्यों में खर्च कराया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के केवल प्रचार में 125 करोड़ से अधिक राशि बर्बाद की गयी।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पिछले तीन वर्ष में छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार की लापरवाही और इलाज के अभाव में 25 हज़ार से अधिक आदिवासी बच्चों की अकाल मृत्यु हुई है। 13 हज़ार से अधिक नवजात शिशु और 38 सौ से अधिक छोटे बच्चे-बच्चियों की मौौतें हुईं। प्रदेश में 67.2 प्रतिशत महिलाएं एनीमिक हो गयी हैं। कांग्रेस का रोजगार का सफेद झूठ भी पकड़ा गया। राज्य सरकार ने बड़े-बड़े होर्डिंग लगवाए, जिनमें पांच लाख नौकरी देने की बात कही गई, लेकिन विधानसभा में जब पूछा गया कितनी नौकरी दी तो बताया 20 हजार। स्व- सहायता समूहों से जुड़ी 22 हजार से अधिक महिलाओं का रोज़गार छीनकर एक निजी कम्पनी को दे दिया गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 800 से अधिक किसान आत्महत्या को विवश हुए हैं। 20 हज़ार से अधिक छत्तीसगढ़ियों ने आत्महत्या की। शिक्षक अभ्यर्थी, विद्या मितान, पुलिस अभ्यर्थी, बिजली कर्मचारी, कोरोना वारियर्स सभी अपनी मांगों को लेकर आंदोलित हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से प्रदेश में बनने वाले 16 लाख से अधिक गरीबों का आशियाना छीना गया। 24 लाख से अधिक घरों को मोदी जी की नल जल योजना से वंचित रखा गया।आदिवासियों का आरक्षण 12 प्रतिशत कम करा दिया। जिसने आदिवासियों के ख़िलाफ़ मुकदमा किया उसे आयोग का अध्यक्ष बना कर पुरस्कृत किया गया। इससे पहले ओबीसी आरक्षण के ख़िलाफ़ मुक़दमा करने वाले को भी राज्यमंत्री का दर्जा देकर पुरस्कृत किया।
डॉ. रमन ने यह भी कहा-
0 किसानों के दो वर्ष के बकाये बोनस का भुगतान नहीं किया
0 किसानों को क़र्ज़ माफी का वादा कर उलटे पूरे प्रदेश को ही कर्जदार बना दिया। प्रदेश का कर्ज कांग्रेस राज में लगभग 57 हज़ार करोड़ तक जा पहुंचा
0 मंडी टैक्स ख़त्म करने का वादा था, उलटे डेढ़ सौ प्रतिशत बढ़ाया
0 शराबबंदी की घोषणा कर उलटे शराब की होम डिलीवरी शुरू की
0 10 लाख रोजगार का वादा था। बेरोजगारी भत्ता 25 सौ रूपये महीने 10 लाख युवाओं को देना था, उससे भी अब साफ़ मुकर गए
पत्र वार्ता में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, विधायक पुन्नूलाल मोहले, प्रदेश कार्यालय प्रभारी नरेश गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, सह मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल, जिलाध्यक्ष रायपुर ग्रामीण अभिनेष कश्यप एवं प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू मौजूद रहे।