विधानसभा में अजय चंद्राकर ने कहा- राम चंदखुरी नहीं आए, वैद्यराज सुषेण के वहां के होने का जिक्र मिलता है

मिसाल न्यूज़

रायपुर। विधानसभा में आज राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में संस्कृति से खिलवाड़ हो रहा है। भगवान राम के चंदखुरी आने का वर्णन किया जा रहा है। सच्चाई यह है कि वैद्यराज सुषेण के चंदखुरी के होने का जिक्र ग्रंथों में मिलता है।

अजय चंद्राकर ने कहा कि 1955 से 1959 तक यू. एन. ढेबर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। हाल ही में रायपुर में हुए कांग्रेस के अधिवेशन में मानो उनकी आत्मा घुस आई थी। सूराजी गांव योजना के बारे में लगातार सुनने मिल रहा है पर इस पर कोई दस्तावेज साामने नहीं है। उद्यानिकों फसलों पर आदान राशि देने की बात होती है। मैंने खुद अपनी जमीन पर तरह-तरह के पेड़ पौधे लगा रखे हैं। मुझे किसी किस्म की आदान राशि नहीं मिली। अनुसंधान के लिए उद्यानिकी विश्वविद्यालय खोलने की बात होती रही है। कौन इसका कुलपति होगा और कौन रजिस्ट्रार इसका पता नहीं है। अब तो मछुआरों को भी काम ठेका पेटी कांट्रेक्ट के आधार पर दिया जाने लगा है। यदि मछुआरे बांध में जाकर मछली पकड़ेंगे तो उन्हें सरकार को रायल्टी देनी पड़ेगी। ‘नरवा गरवा घुरवा बारी’ नारा तो खूब लगा लेकिन पिछले 5 सालों में यह मुझे कहीं नहीं दिखा। सुकमा, बीजापुर एवं दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्रों में आदिवासी लड़कियों से शादी कर बाहरी लोग वहां  की जमीनें खरीद रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य का आयोजन हुआ। कांग्रेस की एक नेता की एजेन्सी है, जिसे इस आयोजन के नौ करोड़ का ठेका दे दिया गया।

चंद्राकर ने कहा कि आप ‘पेसा’ कानून की बात तो करते हैं लेकिन ग्राम सभा को क्या अधिकार दिया गया? ‘पेसा’ कानून लागू करने का श्रेय ले रहे हैं तो इस पर खुली बहस कर लें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि विमान हवाई सेवाएं ऐसी हों कि चप्पल पहनने वाला व्यक्ति भी उसका आनंद ले सके। बिलासपुर एयरपोर्ट का जो हाल है वह किसी से छिपा नहीं है। प्रदेश में जल जीवन मिशन को लेकर बड़े-बड़े दावे होते रहे हैं। राकाडीह, भोथीडाह और मोहदी ऐसे गांव हैं जहां आज भी पानी नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार दावा करती है कि प्रदेश में बेरोजगारी की दर .4% है। जब यहां बेरोजगारी न के बराबर है तो बेरोजगारी भत्ता देने की बात क्यों कर रहे हैं? प्रदेश में गोली कट्टा व साइबर क्राइम आम हो गया है। गर्व के साथ स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोलने की बात की जाती रही है। सारे स्कूल पुरानी बिल्डिंग में खोले गए। नई बिल्डिंग एक भी नहीं है। इन पुरानी बिल्डिंग के रिनोवेशन के नाम पर जो घोटाला हुआ है सरकार उसकी जांच करवाएगी क्या? राम वन गमन परिपथ की घोषणा की गई। दावे यही हो रहे हैं कि राम चंदखुरी गए थे। सच्चाई यह है कि वैद्यराज सुषेण चंदखुरी के थे। भगवान राम वनवास के समय चंदखुरी गए ही नहीं थे। इस तरह संस्कृति के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हिन्दी ग्रंथ अकादमी को जाकर देख लें किस बुरे हाल में है। चंद्राकर ने कहा कि ये सरकार नक्सली हमले में मारे गए अपनी पार्टी के लोगों के लिए शहीद शब्द का इस्तेमाल करती है।  हमारी पार्टी के भी तो चार नेता नक्सली हमले में मारे गए। उनकी मौत पर क्या कहेंगे?

अजय चंद्राकर ने इस कविता के माध्यम से अपनी बात पूरी की-

तूम्हारा खून खून है

हमारा खून पानी है

तुम्हारा दुख दुख है

हमारा दुख कहानी है

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