मिसाल न्यूज़
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ का चुनाव दो मुद्दों भ्रम व भय पर केंद्रित करना चाह रही है। । ईडी की कार्यवाही की झूठी कहानी बनाकर भ्रम फैला रही है। सांप्रदायिकता फैलाकर भय का वातावरण निर्मित करना चाह रही है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने छत्तीसगढ़ में जो भाषण दिए हैं उससे तो ऐसा ही लग रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रश्न खड़ा किया है कि क्या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब भी यह कहलाना पसंद करेंगे कि कका जिंदा है। हम सिद्धार्थ नाथ सिंह को बता देना चाहते हैं कि कका न सिर्फ जिंदा है बल्कि भाजपाइयों की छाती पर मूंग दलने को भी तैयार है।
राजीव भवन में आज पत्रकार वार्ता में सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा चुनाव तक ईडी की कार्यवाही करवाते रहकर नई-नई कहानियां बनाएगी और प्रदेश में भ्रम पैदा करेगी। इनके पास मुद्दे नहीं हैं। आने वाले दिन में दंगे कराना और ईडी की छापेमारी इनका उद्देश्य है। आने वाले दिनों में चुनाव तक गली-गली में ईडी की छापेमारी होगी। भाजपा छत्तीसगढ़ में जनसरोकार से जुड़े मुद्दों पर चुनाव लड़ने से डर रही है। उसके पास आम आदमी से जुड़े मुद्दे उठाने के लिये हैं ही नहीं। वह हिन्दू-मुस्लिम सांप्रदायिकता की गंदगी फैलाकर छत्तीसगढ़ की फिजा खराब करना चाह रही है। जिस प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध सभी को मिलाकर आबादी 3 प्रतिशत से भी कम है वहां भाजपा सांप्रदायिकता का खेल खेलने की कोशिश में है, ताकि वोट का ध्रुवीकरण हो। जिस कवर्धा ने विधानसभा चुनाव क्षेत्र ने सबसे बड़ी जीत मोहम्मद अकबर को दी वहां पर आकर असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा धार्मिक विद्वेष भड़काने का काम करते हैं। पहले अमित शाह ने भड़काऊ भाषण दिया, अब हेमंत बिस्वा शर्मा दे रहे हैं। इनमे साहस नहीं कि किसानों व आदिवासियों से जुड़ी समस्याओं तथा महंगाई के बारे में बात करें। ये सिर्फ धार्मिक विद्वेष भड़काना जानते हैं और वही कर रहे हैं।
शुक्ला ने कहा कि हेमंत बिस्वा शर्मा जो अपना असम प्रदेश नहीं संभाल पा रहे हैं छत्तीसगढ़ में आकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। देश का तीसरा सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाला राज्य असम है। असम की बेरोजगारी दर 17.2 प्रतिशत से अधिक है। वहीं छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम 0.5 प्रतिशत है। असम देश में सबसे ज्यादा अपराधों वाला हाई क्राईम वाला राज्य है। महिलाओं के प्रति अपराधों में असम देश में प्रथम स्थान पर है। मतलब असम में महिलाएं पूरे देश में सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। जबकि कांग्रेस राज में महिलाए देश के 5 सबसे ज्यादा सुरक्षित राज्यों में एक है। साइबर क्राइम में असम देश में दूसरे नंबर पर है। असम 32 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे है अर्थात वहां पर 1 करोड़ जनसंख्या बीपीएल के नीचे है।
शुक्ला ने कहा कि भाजपा के उत्तरप्रदेश के विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह शराब घोटाले की बात कर रहे थे। पहली बात उन्होंने अपने बयान में कोर्ट के आदेश की गलत और अपनी राजनैतिक सुविधा के अनुसार व्याख्या की। वे यह भूल रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने भी ईडी को फटकार लगाई थी। छत्तीसगढ़ में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है। भाजपा और ईडी ने षड़यंत्र करके छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले की पटकथा लिखी है। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में शराब के राजस्व में दुगुनी बढ़ोतरी हुयी है। कांग्रेस के राज में शराब का राजस्व 3200 करोड़ सालाना से बढ़कर 6000 करोड़ के लगभग पहुंच गया। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला रमन राज में हुआ था। ठीक वैसे ही जैसे आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में शराब नीति बदली थी और वहां के उप मुख्यमंत्री जेल में हैं। सवाल यह है कि डॉ रमन सिंह के नान घोटाले, चिटफंड घोटाले और, पनामा घोटाला की जांच क्यों नहीं हो रही है?
पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ प्रवक्ता आर.पी.सिंह, धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेंद्र वर्मा, संयुक्त महासचिव अजय साहू, प्रवक्ता मणी वैष्णव, सुजीत घिदौड़े, ऋषभ चंद्राकर उपस्थित थे।