मिसाल न्यूज़
रायपुर। विधानसभा में आज विपक्षी भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि भिलाई में कांग्रेस के एक प्रभावशाली आदमी को 15 करोड़ की जमीन कौड़ी के मोल मात्र ढाई करोड़ में बेच दी गई।
शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में सरकारी जमीनों को बेचे देने का सिलसिला चल पड़ा है। अब न तो खेल मैदान के लिए जमीनें बच पा रही हैं और न ही सरकारी दफ्तरों के निर्माण के लिए। भिलाई में हाउसिंग बोर्ड ने करोड़ों की जमीन सिंगल ऑफर में दो-ढाई करोड़ में बेच दी। भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने कहा कि भिलाई में मुख्यमंत्री के निवास से 10 किलोमीटर की दूरी पर जमीन बेचने का काम हुआ है। किसे बेचा जाना है यह पहले से तय था। कांग्रेस के एक प्रभावशाली परिवार को यह जमीन दी गई है। भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भिलाई देश की औद्योगिक नगरी है। यहां एक प्रभावशाली व्यक्ति को ढाई करोड़ में जमीन दे देना कई सवाल खड़े करता है। भाजपा विधायक नारायण चंदेल ने कहा कि खेल मैदान यहां तक कि मुक्ति धाम तक के लिए अब जमीनें नहीं मिल रही हैं। पूरे प्रदेश में सरकारी जमीनों पर कब्जे का दौर चला हुआ है। भाजपा सदस्य सौरभ सिंह ने कहा कि केवल सिंगल आवेदन पर 15 करोड़ की जमीन ढाई करोड़ में बेच दी गई। इसका ऑफसेट प्राइज़ भी नहीं निकाला गया। भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने कहा कि भिलाई में सिंगल ऑफर पर 15 हजार वर्ग फुट जमीन का पंजीयन हुआ था और जमीन 19 हजार वर्ग फुट दे दी गई। वो भी मात्र ढाई करोड़ में। जमीन में जो पेड़ लगे थे उनकी कटिंग अलग कर दी गई है।