रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमेन सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार को क्या अपनी पुलिस व्यवस्था पर भरोसा नहीं है जो बिरनपुर एवं पीएससी मामले की सीबीआई जांच कराने की जरूरत पड़ी। यदि भाजपा सरकार में साहस है तो झीरम नक्सली हमले की भी जांच करवाए।
सुशील आनंद शुक्ला ने एक बयान जारी कर कहा कि एनआईए जांच झीरम मामले में किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची। भूपेश सरकार द्वारा गठित एसआईटी को जांच नहीं करने नहीं दिया गया था। न्यायिक जांच भी अधूरी है। ऐसे में झीरम मामले की भी सीबीआई जांच होनी ही चाहिये। झीरम मामले की सीबीआई जांच इसलिए जरूरी है कि एनआईए ने भूपेश सरकार के द्वारा गठित एसआईटी को मामले की फाईल नहीं दी थी। इस कारण एसआईटी जांच शुरू नहीं कर पाई थी। एनआईए ने घटना के राजनैतिक षड़यंत्रों की जांच नहीं की। यदि सीबीआई से जांच नहीं करवा सकते तो राज्य द्वारा गठित एसआईटी से जांच करवा ली जाय। सुप्रीम कोर्ट ने एनआईए को राज्य की एसआईटी को फाईल वापस देने का निर्देश दिया है। सर्वोच्च न्यायालय के दिसंबर 2023 के फैसले के बाद एसआईटी की जांच का रास्ता खुल गया है। भाजपा सरकार झीरम मामले की जांच के लिये पूर्ववर्ती सरकार द्वारा गठित एसआईटी की जांच शुरू करवाये।