मिसाल न्यूज़
प्रोड्यूसर मोहित साहू व्दारा निर्मित ‘हंडा’ में पर्दे के पीछे का एक बड़ा किरदार रजत सिंह राजपूत हैं। रजत ‘हंडा’ के डीओपी (कैमरामेन) एवं प्रोजेक्ट डिज़ाइनर हैं। रजत की पहचान हीरो अमलेश नागेश के ख़ास दोस्त के रूप में भी है। रजत कहते हैं- “अमलेश ने ‘हंडा’ की कहानी ही कुछ ऐसी लिखी है कि दर्शकों पर इसका जादू सिर चढ़कर बोलेगा। ‘हंडा’ 5 जुलाई को रिलीज़ होने जा रही है।
अमलेश नागेश के साथ सीन पर डिस्कस करते रजत राजपूत
‘मिसाल न्यूज़’ ने हाल ही में ‘हंडा’ को लेकर रजत से बातचीत की, जो सवाल-जवाब के रूप में यहां प्रस्तुत है-
0 रजत की पृष्ठभूमि क्या है…
00 दुर्ग का रहने वाला हूं। पढ़ाई लिखाई दुर्ग में ही हुई। मामा तोरण राजपूत जो खुद जाने-माने डीओपी हैं उनसे कैमरे की बारीकियां सीखी। कई फ़िल्मों में बतौर कैमरामेन मैं उनका सहायक रहा।
0 क्या काम का दायरा छत्तीसगढ़ तक ही रहा है…
00 छत्तीसगढ़ में कुछ फ़िल्में कर लेने के बाद मैं तीन साल उत्तरप्रदेश, बिहार एवं मुम्बई घूमते रहा। वहां बनने वाली फ़िल्मों के लिए कैमरा सम्हालते रहा। छत्तीसगढ़ लौटने के बाद अपने काम में और शिद्दत से जुट गया हूं…
0 अब तो आप प्रोड्यूसर मोहित साहू के एन. माही प्रोडक्शन हाउस की ख़ास पहचान बन गए हैं…
00 जब मोहित भैया के पहली बार सम्पर्क में आया तो मेरी कुछ बातें उन्हें ज़मीं। आगे और मुलाक़ातों में मैंने उनको सलाह दी कि छत्तीसगढ़ में फ़िल्मों की क्वालिटी और सुधरे इसके लिए यहां रेड ड्रैगन कैमरा लाया जाना चहिए। मोहित भैया का बड़प्पन है कि उन्होंने मेरी बात को गंभीरता से लिया और मुम्बई से काफ़ी महंगा रेड ड्रैगन कैमरा मंगवाया। इस कैमरे से बेहतरीन क्वालिटी हम दे पा रहे हैं। ‘गुईयां’ देख लीजिए।
0 कहा जाता है ‘गुईयां’ और ‘हंडा’ दोनों ही यू ट्यूब स्टार अमलेश नागेश के दिमाग की उपज है…
00 अमलेश के कहानी सुनाने का तरीका कमाल का है। जब अमलेश ने पहली बार मोहित जी को ‘गुईयां’ की कहानी सुनाई उन्हें तभी लग गया था कि सब्जेक्ट में दम है। उन्होंने हां कहने में देरी नहीं लगाई थी। ‘गुईयां’ ने सफलता का जो इतिहास रचा वह सबके सामने है। ‘गुईयां’ की सफलता के बाद मोहित जी ने फिर से न सिर्फ़ अमलेश की कहानी ली बल्कि पूरा भरोसा जताते हुए डायरेक्शन का ज़िम्मा भी उन्हें सौंप दिया। मुझे पूरा विश्वास है इस बार भी अमलेश उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।
0 इतने भरोसे के साथ कैसे यह कह सकते हैं…
00 पहली बात तो ‘हंडा’ सब्जेक्ट ही कुछ ऐसा है। दो तरफ के लोग हंडे की तलाश में लग जाते हैं। हंडे की खोजबीन के बीच ही कॉमेडी का तड़का है। फिर यू ट्यूब पर इसके गाने कमाल का ट्रेंड कर रहे हैं। यू ट्यूब पर अमलेश की पहचान भैरा कका है और ‘हंडा’ में अमलेश के करैक्टर का नाम भी भैरा कका है।
0 ‘गुईयां’ के बारे में कहा जाता है कि तेज गर्मी और उसके बाद आंधी, तूफान और पानी यानी मौसम की मार थी। क्या ‘हंडा’ के शूट के समय किसी तरह की कोई परेशानी सामने आई…
00 ‘हंडा’ का मामला एकदम उलट रहा। इसे हमने अमलेश के गांव कामराज में 33 दिनों में शूट किया। ‘हंडा’ सब्जेक्ट ही 100 प्रतिशत कॉमेडी वाला है। पूरा शूट कैसे निपटा पता ही नहीं चला। यूं कहें शूट वाले पूरे दिन हॅसी मजाक में निकले।