मिसाल न्यूज़
प्रोड्यूसर मोहित साहू एवं डायरेक्टर आनंद दास मानिकपुरी की 30 अगस्त को रिलीज़ होने जा रही हॉरर कॉमेडी छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘ए ददा रे’ में नवरंग यादव झाड़ फूंक करने वाले कोंदूल बाबा की भूमिका में नज़र आएंगे। नवरंग की मिमिक्री आर्टिस्ट के रूप में एक अलग पहचान है। उन्हें सीजी मिथुन भी कहा जाता है।
दुर्ग निवासी नवरंग यादव ने ‘मिसाल न्यूज़’ से बातचीत के दौरान बताया कि “मुझे बचपन से ही मिमिक्री करने का शौक था। जब हाथ में स्मार्ट फोन आया तो बार-बार यू ट्यूब में जाने की आदत पड़ गई। यू ट्यूब पर डायरेक्टर एवं एक्टर आनंद दास मानिकपुरी जी का ‘एडीएम शो’ देखने का मौका मिला। महसूस हुआ कि मुझे भी एक्टिंग की दुनिया में जाना चाहिए, लेकिन रास्ता पता नहीं था। इस बीच कहीं से पता चला कि आनंद सर ने अपनी पहली छत्तीसगढ़ी फ़िल्म ‘सरई’ का ऑडिशन रखा है। बिलासपुर में जब ‘सरई’ के लिए ऑडिशन देने की बारी आई डायलॉग ही भूल गया। आनंद सर पूछे क्या करते हो? मैंने कहा- मिमिक्री करता हूं। उन्होंने कहा- चलो वही करके दिखाओ। जब मिथुन दा का डायलॉग बोलकर दिखाया वहां मौजूद लोग हॅसने लगे। उस मिमक्री ने ही मेरा फ़िल्म में आने का रास्ता खोल दिया और ‘सरई’ के लिए चुन लिया गया। ‘सरई’ में कहीं कहीं पर मैं मिथुन दा की स्टाइल में ही डायलॉग बोलते दिखा हूं। ‘सरई’ रिलीज़ होने के बाद से मेरा नाम ही सीजी मिथुन पड़ गया।“
‘ए ददा रे’ में किस तरह का रोल है, इस सवाल पर नवरंग कहते हैं- “कोंदूल बाबा का रोल है, जो झाड़ फूंक करता है। वह छेड़खेड़ा जंगल में भूत भगाने की प्रेक्टिस करता है। फ़िल्म में डर भय ही नहीं दिखाया गया है, बल्कि बेहतरीन कॉमेडी भी है। जैसे दर्शकों को ‘सरई’ में ख़ूब मज़ा मिला था वैसा ही आनंद ‘ए ददा रे’ में भी आएगा।“