मिसाल न्यूज़
रायपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर मारुति मंगल भवन गुढ़ियारी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी परिवार के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की आज शुरुआत हुई।मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री एवं रायपुर ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा ने अपने उद्बोधन में उत्तराधिकारी राष्ट्रीय सम्मेलन की प्रशंसा करते हुए कहा कि सेनानी परिवार की विभिन्न मांगों को लेकर मैंने विधानसभा स्तर तक में पहल की। भविष्य में भी सेनानी परिवार की विभिन्न मांगों के संबंध में शासन स्तर पर प्रयास करता रहूंगा। प्रथम दिवसीय सत्र में पूर्व मंत्री एवं रायपुर दक्षिण विधाायक बृजमोहन अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वतंत्रता सेनानी परिवार से जुड़ी आज की पीढ़ी स्वतंत्रता की परिभाषा को सही रूप से समझती है। पुरानी पीढ़ी ने देश के लिए अपनी जान दे दी लेकिन इस पीढ़ी को देश के लिए जीना है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र रघुवंशी ने सेनानी परिवार की विभिन्न जायज मांगों की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि यह शासन का दायित्व है कि सेनानी परिवारों की मांगों के अनुरूप उन्हें सुविधा उपलब्ध कराए। कुछ सेनानी परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत ही दयनीय है। उद्घाटन सत्र में विशेष रूप से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वामी लेखराज जी (112 वर्ष) बिजनौर उत्तर प्रदेश, नंदकिशोर मांझी (105 वर्ष) झारखंड, अवतार सिंह राठौर (106 वर्ष) पटियाला पंजाब तथा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यायलय के कुलपति केसरीमल वर्मा उपस्थित थे।
दूसरा सत्र भी
रहा महत्वपूर्ण
द्वितीय सत्र में वरिष्ठ साहित्यकार दव्य डॉ. सुशील त्रिवेदी व गिरीश पंकज तथा डिग्री गर्ल्स कॉलेज के इतिहास विभाग की प्रोफेसर डॉ. शंपा चौबे द्वारा सारगर्भित प्रेरक विचार नई पीढ़ी के लिये व्यक्त किये गये।