मिसाल न्यूज़
रायपुर। महापौर एजाज़ ढेबर एवं रायपुर उत्तर विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि भाजपा शासनकाल में तेलीबांधा के जिस प्राचीन मौली माता मंदिर को तोड़वा दिया गया था हम उसका उसी पुरानी जगह पर पुर्ननिर्माण करवाने जा रहे हैं। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन इस कार्य का भूमि पूजन होगा। महापौर ने कहा कि प्राचीन मंदिर को तोड़वाने का काम निगम कमिश्नर रहते हुए ओ.पी. चौधरी ने किया था। यही कारण है कि वक़्त ने उनको विपक्ष (भाजपा) की राजनीति में ले जा बिठाया।
जहां मंदिर निर्माण होने जा रहा है वहीं आज प्रेस वार्ता लेते हुए महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि मौली माता का मंदिर सैकड़ों साल पुराना था। हर साल आसाढ़ महीने के पहले मंगलवार को यहां मेला भी भरता था। क़रीब 12 वर्ष पहले भाजपा सरकार के रहते में तत्कालीन निगम कमिश्नर ओ.पी. चौधरी ने इसे तोड़ गिरवाया। क्या इस जगह पर सड़क चौड़ीकरण के नाम पर कुछ रसूखदारों के निर्माण को बचाने के लिए तालाब का हिस्सा पाटा गया था, यह पूछे जाने पर ढेबर ने कहा कि इस सवाल में ही जवाब छिपा हुआ है। इसमें कोई शक नहीं कि किसी की जमीन को बचाने तोड़फोड़ कहीं और कर दी गई। किसी भी मंदिर को हटाने से पहले उसे कौन सी दूसरी जगह पर स्थापित करना है यह तय किया जाता है, लेकिन प्राचीन मौली माता मंदिर के मामले में ऐसा नहीं हुआ। इससे भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर होता है। हमेशा मंदिर के पक्ष में बात करने वाली भाजपा की ही उस समय सरकार थी। उस दौर में रायपुर शहर से ही बृजमोहन अग्रवाल एवं राजेश मूणत जैसे दिग्गज मंत्री हुआ करते थे। वो वो भी उस तोड़फोड़ को नहीं रुकवा पाए थे।
रायपुर उत्तर विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि मंदिर के पुर्ननिर्माण की मांग मीडिया जगत से संतोष साहू एवं उनके साथी लगातार उठाते रहे। मंदिर निर्माण को लेकर हुए आंदोलन में मैं खुद इनके साथ रहा। आज उसी जगह पर मंदिर का पुर्ननिर्माण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की वज़ह से ही हो पा रहा है। उन्होंने मेरे और महापौर का मौजूदगी में कलेक्टर को निर्देशित किया कि जहां मंदिर निर्माण होना है उस जगह को जाकर देखें और आगे प्रक्रिया शुरु कराएं।
इस अवसर पर नगर निगम एमआईसी सदस्य व्दय श्री कुमार मेनन एवं अजीत कुकरेजा ने भी अपनी बात रखी। प्रेस वार्ता के दौरान एमआईसी सदस्यगण ज्ञानेश शर्मा, सुंदर जोगी, समीर अख्तर, आकाश तिवारी, जितेन्द्र अग्रवाल एवं कांग्रेस नेता राधेश्याम विभार मौजूद थे।