आरोप- “रायपुर शहर में ज्यादातर विकास कार्य कांग्रेस के शासनकाल में हुए, झूठी क्रेडिट भाजपा नेता ले रहे”

मिसाल न्यूज़

रायपुर। रायपुर दक्षिण में होने जा रहे उप चुनाव के बीच आज कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। पूर्व महापौर एवं नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे, योग आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, पार्षद प्रमोद मिश्रा, आकाश तिवारी एवं रितेश त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि पिछले 5 वर्षों में कांग्रेस की सरकार के रहते हुए में रायपुर शहर में जितना विकास कार्य हुआ उतना पहले कभी नहीं हुआ। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार व्दारा कराए गए कामों की झूठी क्रेडिट भाजपा नेता ले रहे हैं।

पुराने कांग्रेस भवन में हुई पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेताओं में साहस हो तो रायपुर दक्षिण में कराये गये कामों की सूची सार्वजनिक करें। 35 सालों में रायपुर दक्षिण की जनता सड़क, बिजली, पानी जैसे मूलभूत सुविधाओं को तरसती रही। उनके विधायक खुद तो मंत्री बने, सांसद बने लेकिन जनता का ख्याल नहीं रखे।

पूर्व महापौर एवं नगर निगम सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि वर्षों तक विधायक रहे बृजमोहन अग्रवाल ने शहर के विकास के लिये कुछ नहीं किया। 15 सालों तक मंत्री थे जितना काम उन्होंने नहीं किया उससे दुगुना काम कांग्रेस की भूपेश सरकार के 5 सालों में हुआ। लगभग 12 से 15 बार केन्द्र सरकार ने रायपुर के बहुत से अच्छे कार्यो को समय-समय पर ईनाम दिया। पिछले पांच वर्षो का लेखा-जोखा देखें तो भूपेश बघेल की सरकार में अधोसंरचना में 2019-2020 में 19 करोड़ 56 लाख 47 हजार रूपये आया। 580 लाख 38 हजार रूपया राज्य सरकार ने अपनी ओर से अतिरिक्त दिया। हमने रायपुर नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया।

एमआईसी सदस्य एवं पार्षद ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि शारदा चौक सड़क चौड़ीकरण को लेकर पिछले 15 सालों तक हमने राज्य सरकार को घेरा था। शारदा चौक रायपुर शहर की जीवन रेखा है। इस चौक में हजारों लोग रोज आना जाना करते हैं। ट्रैफिक की समस्या इस चौक में बनी रहती है। बृजमोहन अग्रवाल इस क्षेत्र के लगातार विधायक रहे हैं। वे बताएं कि किस कारण से शारदा चौक का चौड़ीकरण नहीं हो पा रहा है। चौड़ीकरण नहीं होने से व्यापारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आमापारा से तात्यापारा चौड़ीकरण हुआ तो लोगों को मुआवजा मिला था, लेकिन शारदा चौक तक चौड़ीकरण होगा तो लोगों को मुआवजा नहीं मिलेगा ऐसा सरकार का कहना है। एक ही शहर के लिए दो अलग-अलग नियम कैसे हो सकता है।

पार्षद आकाश तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए में भूपेश बघेल ने 700 स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले। लाखों परिवारों के बच्चों का इंग्लिश मिडियम स्कूलों में पढ़ने का सपना पूरा हुआ। भाजपा सरकार आते ही स्कूलों का हाल बेहाल हो गया। स्कूल चलाने के लिये सरकार के पास साधन नहीं है। स्कूलों में सभी जरूरी सामान के लिये पैसा भी नहीं है, यह स्थिति है शिक्षा विभाग की। जब बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री थे तब स्वामी आत्मानंद स्कूल को शिक्षा विभाग के अधीन कर दिया, जबकि पहले स्वामी आत्मानंद स्कूल कलेक्टर के अंदर हुआ करता था। स्वामी आत्मानंद स्कूल को चलाने के लिये सरकार के पास कोई योजना नहीं है और न ही सरकार इस पैसा देने को तैयार है।

पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर एवं सुरेन्द्र वर्मा उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *