मिसाल न्यूज़
रायपुर। तेलीबांधा तालाब के पास से आज दोपहर गुमटीनुमा दुकानों को हटाने की कार्यवाही होते-होते रह गई। नाम नहीं छापने की शर्त पर नगर निगम के कुछ अफसरों ने बताया कि जो दुकानदार हटाए जा रहे थे उनके व्यवस्थापन की जगह तय करके रखी गई थी। इस बीच कुछ ऐसी हवा बन गई कि बिना व्यवस्थापन के दुकानदारों को हटाया जा रहा है, जिसे लेकर विरोध शुरु हो गया और हटाने की कार्यवाही होते-होते रह गई।
नगर निगम के भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि दुकानदारों को हटाने से पहले निगम अफसरों व्दारा बुलाकर उनसे चर्चा की गई थी। दुकानदारों को बताया गया था कि उनका व्यवस्थापन तेलीबांधा में ही एक्सप्रेस वे के नीचे खाली जगह पर किया जा रहा है, जिसके लिए वे तैयार भी हो गए थे। व्यवस्थापन वाली जगह पर चूने से लाइन खींचकर निगम ने यह निर्धारित कर लिया था कि हटाने के बाद कितने लोगों को यहां लाकर व्यवस्थापित करना है। सारी तैयारियों के बाद ही निगम का अमला उन ठेलों व गुमटियों को हटाने पहुंचा था। कार्यवाही के दौरान कुछ ऐसी गलतफहमी उपजी कि विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया। इस तरह दुकानदारों को हटाने की कार्यवाही होते-होते रह गई।
“रोज कमाने खाने वाले दुकानदारों के प्रति नगर निगम संवेदनशील है। किसी का अहित नहीं होने दिया जाएगा। हटाने की जो भी कार्यवाही होगी दुकानदारों को विश्वास में लेकर ही की जाएगी और उनका ससम्मान समुचित व्यवस्थापन होगा।”
मयंक चतुर्वेदी, निगम कमिश्नर