मुख्यमंत्री ने कहा- सरगुजा से दिल्ली, रायपुर और बनारस फ्लाइट शुरू करने भेजेंगे प्रस्ताव, महामाया एयरपोर्ट रनवे को देख जताई खुशी

मिसाल न्यूज़

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि अम्बिकापुर में बहुत सुंदर एयरपोर्ट और रनवे बना है। सरगुजा से दिल्ली, बनारस और रायपुर फ्लाइट शीघ्र शुरू किए जाने का प्रस्ताव भारत सरकार के विमानन मंत्रालय को भेजेंगे। मुख्यमंत्री आज अंबिकापुर के महामाया एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने रनवे देखा और गुणवत्तायुक्त कार्य तय समय पर पूरा होने अधिकारियों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एयरपोर्ट बड़े विमानों को उतारने के लिए भी तैयार हो गया है। एयरपोर्ट का एरिया 374 एकड़ है। यहां 48 करोड़ रुपये की लागत से 1800 मीटर एयर स्ट्रिप का निर्माण किया गया है। भविष्य में अधिक संख्या में बड़े विमानों के उतारने के लिए हमने एयरपोर्ट के विकास के लिए भी कार्ययोजना बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 दिनों बाद डीजीसीए की टीम यहां निरीक्षण के लिए आने वाली है। इसके तुरंत बाद हम लाइसेंस के लिए आवेदन लगा देंगे। लाइसेंस के आवेदन लगाने के बाद सामान्यतः 25 दिनों में लाइसेंस जारी हो जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरगुजा में महामाया एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए लंबे समय से चर्चा प्रदेश स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर हो रही थी। मैं हमेशा स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंह देव से तथा खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से इस संबंध में चर्चा करता था। साथ ही हम लगातार दिल्ली में विमानन मंत्रालय से भी संपर्क में थे। हम अंबिकापुर से दिल्ली, बनारस और रायपुर की फ्लाइट शुरू करने का सुझाव विमानन मंत्रालय को देंगे। फ्लाइट शुरू होने से इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास की बड़ी संभावनाएं बनेंगी। सरगुजा से 3 दिन बनारस की फ्लाइट और 3 दिन दिल्ली की फ्लाइट आरंभ होने से लोगों का सहजता से आवागमन सरगुजा हो सकेगा। सरगुजा का पूरा इलाका प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत है। विमानन सुविधा उपलब्ध होने से पूरे देश के पर्यटक यहां के जंगल और पहाड़ियां की प्राकृतिक सुंदरता निहार सकेंगे। वे मैनपाट देख सकेंगे और सरगुजा में रामगढ़ की पहाड़ियां और तातापानी के गर्म जल के स्रोत भी देख सकेंगे। इस तरह से सरगुजा पर्यटन नक्शे में तेजी से प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरगुजा एयरपोर्ट देश के सबसे पुराने एयरपोर्ट में से एक है। आजादी के बाद 1950 में यहां डब्ल्यूबीएम एयरपोर्ट बनाया गया था। 1974 में इंदिरा जी यहां आईं थीं। अब जब यह एयरपोर्ट विकसित हो गया है तो निजी विमान भी यहां उतर सकेंगे और बड़े विमानों की लैंडिंग से सरगुजा के पर्यटन का तेजी से विकास होगा। पुराना अनुभव साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब यहां विमान की लैंडिग होती थी तो गोता लगाने जैसा अनुभव होता था। अब शानदार एयर स्ट्रिप बन जाने से स्मूथ लैंडिंग हो रही है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट निर्माण में लगी 5 महिलाओं को साड़ी भेंटकर उन्हें सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री का एयरपोर्ट रनवे पर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, लुण्ड्रा विधायक डॉ. प्रीतम राम, आईजी रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर कुन्दन कुमार, एसपी श्रीमती भावना गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत विश्वदीप सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया।

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