मिसाल न्यूज़
रायपुर। कांग्रेस विधायक श्रीमती शेषराज हरवंश ने अवैध रेत उत्खनन का मामला आज विधानसभा में उठाया। श्रीमती हरवंश ने आरोप लगाया कि नियमों के विपरीत जाकर मशीनों से रेत निकालने का काम हो रहा है।
प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक श्रीमती शेषराज हरवंश का सवाल था कि जांजगीर चाम्पा जिला क्षेत्र में संचालित रेत खदानों का स्थान, रकबा, वार्षिक उत्पादन तथा खदान संचालन कर्ता का नाम क्या है? वर्ष 2022 से 31 दिसंबर 2023 तक कितनी रायल्टी प्राप्त हुई? उक्त रेत खदानों के संचालकों व्दारा विगत दो वर्षों में शर्तों के उल्लंघन के कितने प्रकरण प्रकाश में आए हैं? मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अनुपस्थिति में आवास एवं पर्यावरण तथा वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी की ओर से जवाब आया कि वर्तमान में जांजगीर चाम्पा जिला अंतर्गत चाम्पा तहसील के ग्राम बोरसी में 1 रेत खदान संचालित है। वैभव सलूजा इसका संचालन कर रहे हैं। प्रश्नावधीन अवधि में संचालित रेत खदानों से वर्ष 2022-23 में 2 करोड़ 3 लाख 95 हजार 200 तथा वर्ष 2023-24 में 31 दिसंबर 2023 तक की स्थिति में 30 लाख 90 हजार रायल्टी प्राप्त हुई। जांजगीर चाम्पा जिले में वर्तमान में संचालित रेत खदान के संचालक व्दारा विगत 2 वर्षों में रेत शर्तों का उल्लंघन करने की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। अपितु औचक निरीक्षण के दौरान पट्टेदार व्दारा स्वीकृत क्षेत्र से बाहर खनन पाए जाने पर अवैध उत्खनन का प्रकरण दर्ज किया जाकर 72 हजार रुपये समझौता राशि वसूल की गई है। श्रीमती हरवंश ने पूछा कि रेत उत्खनन के लिए कौन सी मशीन उपयोग में लाई जा रही है? ओ.पी. चौधरी ने कहा कि मशीन के उपयोग की अनुमति नहीं है। हरवंश ने कहा कि सच्चाई यह है कि मशीनों से रेत निकाली जा रही है। पामगढ़, शिवरीनारायण एवं तनौद में 100 से ज्यादा हाईवा से रेत निकाली जा रही है। चौधरी ने कहा कि एक ही जगह पर अनुमति है। अन्य स्थानों पर निकाली जा रही होगी तो कार्रवाई होगी। भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि हेलिकॉप्टर से भ्रमण कर देख लीजिए। 200 पोकलेन डोजर रेत उत्खनन वाली जगह पर नहीं मिले तो विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा। रेत उत्खनन करने वालों ने बिलासपुर में अरपा नदी को नोंच डाला है। बाहुबलियों को रेत का ठेका देना बंद करें। यह काम ग्राम पंचायत के सरपंच के माध्यम से कराएं। इससे माफियाओं की दादागिरी खत्म होगी। कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप ने कहा कि नयापारा-ममोंदा क्षेत्र में आलम यह है कि दिन में सड़क बनने का काम हो रहा होता है और रात में उसी सड़क पर बड़े-बड़े हाईवा चलते हैं। शेषराज हरबंश ने कहा कि देवरघटा कमरीद में रेत के काम में लगे वाहन से छात्रा चंचल केवट की दबकर मौत हो गई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मंत्री चौधरी से कहा कि रेत के नाम पर हो रही मनमानी को लेकर जो शिकायतें आ रही हैं उस पर रोक लगाने पखवाड़ा चलाएं।