मिसाल न्यूज़
रायपुर। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस ने सरकार में रहते हुए 100 से अधिक बार धारा 356 का दुरुपयोग कर चुनी हुई राज्य सरकारों को बर्खास्त करने का काम किया था। संविधान में 80 से ज्यादा संशोधन कांग्रेस के कार्यकाल में हुए हैं। इसलिए छत्तीसगढ़ में आकर संविधान खतरे में है की बात कहने वाली प्रियंका गांधी कुछ भी बोलने से पहले सौ बार सोच लें।
एकात्म परिसर में आज प्रेस वार्ता में केदार गुप्ता ने कहा कि राजीव गांधी से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह के शासनकाल में 30 , इंदिरा गांधी के समय में 25 और पं. जवाहलाल नेहरू के समय में 16 संशोधन किए गए। अपनी कुर्सी बचाने के लिये इंदिरा जी ने देश को आपातकाल के पंजे में जकड़ कर संविधान के लोकतांत्रिक होने का उपहास उड़ाया। बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा रचित संविधान में स्पष्ट है कि इसके मूल स्वरूप से छेड़-छाड़ नहीं किया जा सकता पर संविधान के 42 वें संशोधन में आपातकाल लगाकर संविधान का मूल भाव “संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य “ को बदलकर “संप्रभु सामाजिक धर्म निरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य “कर दिया गया था। यह कांग्रेस की तुष्टिकरण वाली नीति का उदाहरण है।
गुप्ता ने कहा कि प्रियंका गांधी को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि पूर्व प्रधानमंत्रियों ने जो संविधान में संशोधन किए हैं, वह गलत हैं या सही? लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। इसलिए नए-नए क्रिप्टो फ्रंट खेलकर नए-नए आरोप लगाए जा रहे हैं। दरअसल कांग्रेस के पास अब भाजपा से लड़ने की हिम्मत नहीं है। इसलिए नए-नए होली काऊ लाने पड़ रहे हैं। गुप्ता ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने 10 सालों में सब को मकान, ईलाज, शौचालय, बैंक खाता, खाद्यान्न, नल-जल, बिजली, सड़क, इंटरनेट एवं रोजगार दिया। इससे हर किसी के जीवन में परिवर्तन आया है। राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद से मुक्ति, दुनिया में भारत की स्थिति बेहतर करना, राम मंदिर निर्माण, धारा 370 की समाप्ति, तीन तलाक से मुक्ति , माफिया राज से मुक्ति दंगाराज से मुक्ति ऐसे विषय हैं, जिसका भारतवासियों के मन में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इसलिए विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है।
गुप्ता ने कहा कि लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय चुनाव है और जनता का वोट भी राष्ट्रीय मुद्दों पर जाएगा। देश की जनता राहुल गांधी को कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बनने देगी। कांग्रेसी नेताओं के पास जनता के सामने देश के विकास को लेकर कोई रोड मैप नहीं है।