मिसाल न्यूज़
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुकीं राधिका खेड़ा ने मुझ पर यह झूठा आरोप लगाया है कि मैंने और मेरे प्रवक्ता साथियों ने राजीव भवन के बंद कमरे में उनके साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने यह भी झूठा आरोप लगाया कि मैंने उनको शराब ऑफर की। मैं अपने वकील से लगातार कानूनी सलाह ले रहा हूं। राधिका पर मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।
राजीव भवन में आज पत्रकार वार्ता में सुशील आनंद शुक्ला ने राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि मैं बेहद आहत मन से यह पत्रकार वार्ता बुलाया हूं। भारतीय ऱाष्ट्रीय कांग्रेस की मीडिया को ऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने मुझ पर बहुत सारे अनर्गल तथ्यहीन मिथ्या आरोप लगाये हैं। मेरी चरित्र हत्या करने का प्रयास किया है। मुझ पर यह आरोप लगया कि मैंने उनको शराब ऑफर किया। मैं तो क्या मेरे पूरे खानदान में किसी ने आज तक शराब नहीं पी है। वे झूठ बोल रही हैं कि हमने या हमारे साथी ने उनको शराब ऑफर किया। हमने कभी उनका दरवाजा ठोका, यह भी भद्दा आरोप है। हमारे या हमारे किसी साथी के द्वारा उनके साथ कोई गाली-गलौच नहीं की गई। केबिन में कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ। पूरे विवाद का उन्होंने जो वीडियो बनाया था उसे वे सार्वजनिक करें।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राधिका खेड़ा का यह कहना कि मैंने और मेरे साथियों ने उनको कमरे बंद किया, सरासर झूठ है। यह पूरा घटनाक्रम इस प्रकार है कि कांग्रेस मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा का 1 मई को रायपुर आने का कार्यक्रम बना था। राधिका खेड़ा 30 मई को मेरे केबिन में आईं। उस समय हमारे कक्ष में वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, नितिन भंसाली, मीडिया कोर्डिनेटर परवेज अहमद एवं दीपक पाण्डे उपस्थित थे। जब वे कमरे में आईं तो मैंने उनसे बैठने को कहा। वे कमरे में रखे सोफे पर बैठ गईं। मैंने उनसे पूछा पवन जी कल कितने बजे आएंगे, उनका क्या कार्यक्रम रखना है। उन्होंने कहा कल 11 बजे आ रहे हैं और उनके विभिन्न मीडिया संस्थानों में जाने का कार्यक्रम है। मैंने उनसे पूछा कि क्या सारे संस्थानों के प्रमुखों से बात कर लूं तो उन्होंने कहा सभी से बात हो गई है। समय भी तय हो गया है। मैंने कहा कि यह काम तो मेरा है। संचार विभाग के माध्यम से बात होती तो ज्यादा उचित होता। इस पर उन्होंने कहा कि मुझे क्या करना है तुम मत बताओ। मैं प्रभारी हूं। तब मैंने कहा जब मेरा कोई काम ही नहीं है तो मैं क्यों पद में हूं, मुझे हटवा दीजिये। उन्होंने चिल्लाते हुये कहा कि तुम अपने आप को क्या समझते हो। उन्होंने अपना मोबाइल निकालकर कहा जो बोलना है कैमरे पर बोलो कि तुम प्रभारी की बात नहीं मानोगे। इस्तीफा देने की धमकी दे रहे हो। उनके हल्ला करने पर पूरे स्टाफ के लोग दरवाजे पर आ गये। तब नितिन भंसाली ने उन सबको वहां से हटने और दरवाजे से दूर होने को कहा। मैंने राधिका से कहा आप चिल्लाओ मत। इसके बाद वे चिल्लाते हुये नीचे चली गईं। इस पूरे वार्तालाप घटनाक्रम के दौरान मैं अपनी कुर्सी से उठा भी नहीं था। उन्होंने जो वीडियो बनाया उसको सार्वजनिक करना चाहिए। सच सामने आ जायेगा। मेरे सहित वहां उपस्थित किसी ने भी उनके साथ कोई अभद्रता या गाली गलौच नहीं की। वे जान बूझकर घटना को गलत ढंग से प्रस्तुत कर रही हैं।
शुक्ला ने कहा कि राधिका द्वारा रोने का जो वीडियो बनाया गया है वह भी स्क्रीप्टेड है। वह पूरी तैयारी करके आई थीं। स्क्रीप्ट उसी दिन तैयार हो गई थी जिस दिन अरविन्दर लवली ने कांग्रेस छोड़ी थी। वे मीडिया को ऑर्डिनेटर थीं लेकिन हम पर दबाव बनाती थीं कि उनको प्रवक्ता और प्रभारी कहा जाए और लिखा जाये। जब से उनके छत्तीसगढ़ आने की शुरुआत हुई लोकल मीडिया में कांग्रेस संचार विभाग को नीचा दिखाने और स्वयं को बड़ा बनाने की कोशिश वे करती रही थीं। मोदी-शाह के दौरे पर मैं ही रियेक्शन दूंगी, पीसीसी अध्यक्ष का बयान नहीं जाना चाहिये ऐसा कहा करती थीं। शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि राधिका भाजपा के लोगों से लगातार संपर्क में रही थीं। इस पूरे मामले में कुछ भाजपा नेताओं की संलिप्तता होने का भी संदेह है। यह भी शोध का विषय है कि राधिका पिछले चार सालों से रायपुर के मेरियेट जैसे महंगे होटल में ठहरा करती थीं। सवाल यह है कि इसका पूरा खर्चा कौन उठाया करता था।
प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता व्दय धनंजय सिंह ठाकुर व सुरेन्द्र वर्मा, भिलाई नगर निगम की पूर्व महापौर नीता लोधी, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत, प्रदेश महिला कांग्रेस प्रवक्ता प्रीति उपाध्याय, प्रगति वाजपेयी, करूणा कुर्रे एवं संगीता दुबे ने भी अपनी बातों को रखते हुए राधिका खेड़ा के आरोपों को बेबुनियाद बताया।