मिसाल न्यूज़
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि 9 माह के भाजपा सरकार के राज में छत्तीसगढ़ में महिलाएं असुरक्षित हो गई हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्यजनक घटनाक्रम क्या हो सकता है कि राजधानी रायपुर के नया बस स्टैण्ड में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म होता है। दूसरे दिन रिपोर्ट तो लिखी जाती है लेकिन सामूहिक दुष्कर्म को नकार दिया जाता है। पुलिस अपराधियों को सजा देने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है। 2 सितंबर को इस मामले को लेकर पूरे प्रदेश में प्रेस कांफ्रेंस होगी तथा 3 सितंबर को प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन किया जायेगा।
राजीव भवन में आज पत्रकार वार्ता में दीपक बैज ने कहा कि रोज-रोज प्रदेश में कहीं न कहीं सामूहिक बलात्कार की घटना हो रही है। बस्तर, जशपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर से लेकर राजधानी रायपुर तक महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। बेहद दुर्भाग्यजनक है कि सरकार जिसे इन मामलों को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करना चाहिये अपराधियों को बचाने का काम कर रही है। पिछले 8 माह में प्रदेश में महिलाओं को टारगेट कर 3094 अपराध हुए हैं। 600 से अधिक बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। बैज ने कहा कि भिलाई के डीपीएस स्कूल में 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार की घटना हो गई। बिना एफआईआर के एसपी ने घटना को नकार दिया, जबकि पास्को एक्ट में प्रावधान है कि ऐसी कोई घटना होने पर पहले एफआईआर होना चाहिये उसके बाद जांच होनी चाहिये। भिलाई के बच्ची के साथ दुराचार के मामले में दो-दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बच्ची के निजी अंगों में चोट है कुछ गलत हुआ है। उसके बाद एसपी मामले को नकारते हैं। हम पूछना चाहते हैं पुलिस ने एफआईआर कब किया? मेडिकल बोर्ड का गठन कब हुआ? बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कब कराया गया? घटना सरकार के संज्ञान में था। सरकार ने क्या कार्रवाई की? पास्को एक्ट में एफआईआर बिना किये क्लीन चीट दिये जाने के कारण एसपी पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुराचार किया। पुलिस रिपोर्ट लिखने में बहानेबाजी कर रही थी। मीडिया में दबाव के बाद रिपोर्ट लिखा गया। जशपुर के एक नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक दुराचार हो गया। कोण्डागांव में एक महिला के साथ सामूहिक दुराचार हो गया, 20 दिन तक रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
बैज ने कहा कि बेहद दुर्भाग्यजनक है कि बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में 4 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी पर मौन है। हमने इस संबंध में ज्ञापन सौंपने हमने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से समय मांगा है। कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि हम अपनी बहन, बेटियों की रक्षा की लड़ाई लड़ेंगे, आंदोलन करेंगे। सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिये मजबूर करेंगे।