पटवारी पर लगाए गए आरोपों में नहीं पाई गई सत्यता, गांव के नेता ज़रूर कर रहे मनमानी

मिसाल न्यूज़

तिल्दा-नेवरा। खरोरा तहसील के ग्राम पंचायत खौना के पटवारी आदित्य शुक्ला पर कुछ ग्रमीणों ने रूपये मांगने का आरोप लगाया था। इन आरोपों की  सत्यता जानने मीडिया की टीम ग्राम पंचायत खौना पहुंची। जहाँ पंचों और ग्रामीणों से चर्चा करने पर पटवारी पर लगाए गए सारे आरोप निराधार साबित हुए। यहाँ के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के एक बड़े नेता पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिसकी शिकायत कलेक्टर और अनुसूचित जनजाति आयोग से की जा चुकी है। शिकायत के पांच माह बाद भी उस नेता के खिलाफ प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

मीडिया टीम व्दारा ग्रामीणों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि पटवारी आदित्य शुक्ला जब से पदस्थ हुए हैं उनके द्वारा किसी भी ग्रामीण से कोई राशि की मांग नहीं की गई है। पटवारी शुक्ला किसी भी किसान या ग्रामीण का काम बिना कोई राशि लिए त्वरित निपटारा करते हैं। ग्राम पंचायत खौना के पंच ओंकार साहू ने बताया कि गांव के एक नेता अपने पद का दुरूपयोग कर रहे हैं। उनके खिलाफ पूर्व में दो बार कलेक्टर और अनुसूचित जनजाति आयोग में लिखित शिकायत की जा चुकी है। उक्त नेता द्वारा नाबलिग आदिवासी बच्चों से नाली की सफाई का काम करवाया जाता है। इसके अलावा उनके द्वारा पंचायत विकास के लिए स्वीकृत राशि में जमकर भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितता की जा रही है। इसकी शिकायत भी जिला कलेक्टर से की गई थी। महीनों बीतने के बाद भी इन शिकायतों पर कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई है।

ग्रामीणों का कहना है कि उक्त नेता द्वारा शासकीय अधिकारियों पर दबाव बनाया जाता है। जो उनकी बात नहीं मानता उसकी बेबुनियाद शिकायत की जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि कोई कार्रवाई नहीं होने से उस नेता के हौसले बुलंद हैं। अनेक शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी जाँच के नाम पर चुप्पी साधे बैठे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि पटवारी आदित्य शुक्ला पर लगाया गया आरोप उक्त नेता द्वारा प्रायोजित था।

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