मिसाल न्यूज़
रायपुर। पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए सबसे बड़ा पैसा हो गया है। हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान मुझ पर हुए हमले की घटना के बाद उन्होंने मेरे खिलाफ क्या कुछ नहीं कहा। मैं उन पर मान हानि का दावा ठोंकने जा रहा हूं। उन्हें चुनौती देता हूं छत्तीसगढ़ की कोई भी विधानसभा सीट चुन लें, वहां से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। मैं 14 नवम्बर को बड़ा खुलासा करूंगा, जिसमें कुछ बड़े चेहरे बेनकाब होंगे।
आज पत्रकार वार्ता में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं बृजमोहन ने हार से बचने के लिए यह नाटक किया है। मैं उन्हें बता देना चाहता हूंं बृजमोहन ने सत्ता में रहते हुए अहंकार में नहीं पाला, लोगों के दिलों को जीता है। मुझ पर चुनावी जनसंपर्क के दौरान महापौर एजाज ढेबर के पार्षद निर्वाचन क्षेत्र अब्दुल रऊफ वार्ड में हमला किया गया। मेरे सुरक्षा कर्मियों ने मुझे पीछे खींच लिया जिससे बड़ी दुर्घटना नहीं हो पाई। मैं सात बार का विधायक हूं। एक जन प्रतिनिधि हूं। इस हमले के बाद मुख्यमंत्री की जो प्रतिक्रिया आई वह बेहद हैरान करने वाली गैर जिम्मेदाराना है। अपराधियों के लिए दो शब्द बोलने की बजाय उन्होंने मुझ पर ही अपशब्दों का प्रयोग कर दिया और अपराधियों को संरक्षण देने खड़े हो गए। भूपेश बघेल का काम ही यही है। वे हर अपराधी की पैरोकारी करने खड़े हो जाते हैं। यह मेरा ही अपमान नहीं, रायपुर की उस जनता का अपमान है जो पिछले 35 सालों से मुझे अपना प्रतिनिधि चुनते आ रही है। मुख्यमंत्री को अपने शब्दों के लिए रायपुर की जनता से माफी मांगनी चाहिए। वरना मैं मुख्यमंत्री के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ को केरल और पश्चिम बंगाल की तरह बनाना चाहते हैं। जो अपनी काली कमाई का हिस्सा देता है, मुख्यमंत्री उनके साथ हमेशा खड़े नजर आते हैं, उनका बचाव करते नजर आते हैं। भी जिन लोगों पर जग्गी हत्याकांड के आरोप लगे, मुख्यमंत्री उन्हें भरपूर संरक्षण दे रहे हैं। लगता है अपनी पूरी सत्ता ही उन्हें सौंप दी है। अभी तक सिंचाई विभाग एवं लोक निर्माण विभाग में काम ठेके पर दिया जाता रहा था परंतु अब कांग्रेस पार्टी ने रायपुर दक्षिण का चुनाव भी महापौर एजाज ढेबर एवं अनवर ढेबर को ठेके पर दे दिया है। जहां पर जोर जबरदस्ती का खेल खेला जा रहा है। मेरे कुछ समर्थकों को बुलाकर धमकी दी गई है कि 17 तारीख को चुनाव हो जाने के बाद देख लेंगे। पुलिस में शिकायत करने के बावजूद उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है। ऐसे में अब यह समझ लेना चाहिए कि अब अगर हमारे किसी कार्यकर्ता को धमकाया गया और पुलिस अगर कार्रवाई नहीं करेगी तो हम अपनी कार्रवाई करने बाध्य हो जाएंगे।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि दीपावली त्यौहार को देखते हुए हमने संयम रखा। मुझे तो ये लगता है कि प्लानिंग करके ही दीपावली त्यौहार पर ऐसी घटना को अंजाम दिया गया, ताकि छत्तीसगढ़ के शांत वातावरण को अशांत करके चुनाव को प्रभावित किया जा सके। एक तरह से यह कांग्रेस की खीज को दर्शाता है। छत्तीसगढ़ की जनता घोटालेबाज कांग्रेसियों को पहचान चुकी है। शराब, रेत, डी एम एफ, गोठान, गोबर, कोयला एवं पीएससी में हुए घोटालों से इनका असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है। छत्तीसगढ़ से इनकी विदाई तय हो गई है।
प्रेस वार्ता में सांसद सुनील सोनी, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल एवं प्रदेश प्रवक्ता व विधि विभाग सह संयोजक बृजेश पांडेय भी उपस्थित थे।