● ऐतिहासिक छत्तीसगढ़ी फ़िल्म `घर व्दार’ के डायरेक्टर निर्जन तिवारी की संघर्ष भरी दास्तान… इतिहास के सूनहरे पन्नों को पलटने की कोशिश…
■ अनिरुद्ध दुबे “जीवन में कोई रद्दोबदल नहीं हुआ है- जहां था, वहीं हूं। भावों का व्दंव्द निरंतर चल रहा है। उत्थान- आज के ज़माने में पैसा, पैसा पैसा। शायद …
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